आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिद्दीकपुर में भारी अव्यवस्थाओं के बीच आईटीआई की ऑनलाइन सीबीटी मोड की परीक्षाएं अफरा—तफरी सहित भारी दुर्व्यवस्थाओं के बीच शुरू हो गयीं। मौके पर कई सिस्टम जवाब दे गये। चहेतों को सुविधा शुल्क लेकर उन्हें साल्वर भी उपलब्ध कराने के आरोप भी परिक्षार्थियों ने लगाये। सीसीटीवी कैमरा का भी मोड चेंज करने के मामले सामने आये।
बता दें कि जिले के 122 आईटीआई कालेजों के परीक्षार्थियों के लिये दो परीक्षा केन्द्र बनाये गये जिनमें राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई सिद्दीकपुर में 3 पालियों में आईटीआई की सीबीटी मोड की परीक्षाएं सुबह 9 बजे से शुरू हुईं। इस दौरान बारिश में भीगकर काफी छात्र केन्द्र पर पहुंचे। परीक्षार्थियों की काफी संख्या देखकर आईटीआई परिसर का चेकिंग अभियान भी धरा का धरा रह गया। सभी परीक्षार्थी सारे नियम तोड़ते अपने अपने परीक्षा कक्ष व कम्प्यूटर सिस्टम पर पहुंच गये। परीक्षा शुरू होने से पहले कई लोगों को कहा गया कि परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हो रही हैं। कोई अनुचित साधन का प्रयोग न करें।सूत्रों की मानें तो जो भी सुविधा शुल्क कालेज के माध्यम से दिये हैं, उन्हें समय से परीक्षा सुविधा प्रदान की गयीं। कक्ष निरीक्षक के रूप में चहेतों के पीछे साल्वर खड़े होकर उनके स्क्रीन पर सवाल के जवाब बोलते देखे गये। हालांकि अफरा—तफरी सहित भारी दुर्व्यवस्थाओं के बीच परीक्षाएं शुरू हुईं लेकिन पीने के लिये पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी जिसके लिये परीक्षार्थी तड़पते नजर आये जो बाहर निकालकर सीधे दुकानों से पानी खरीदकर पिये। साथ ही केन्द्र पर गन्दगी भी भरमार थी जिसके चलते केन्द्र पर आये लोगों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार परीक्षार्थियों के लिये 200 से अधिक सिस्टम लगाये गये थे। कुछ सिस्टम रुक-रुक कर ट्रिप कर जा रहे थे लेकिन एक्स्ट्रा सिस्टम न होने से परीक्षार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि जैसे—तैसे पहली, दूसरी, तीसरी पाली की परीक्षाएं सम्पन्न हुईं। कई आईटीआई कालेजों से आये परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि यहां चहेतों के लिये अलग सुविधा दी गयीं। वहीं जो कालेज छात्रों से प्रति पेपर के हिसाब से पैसा जमा कराये हैं, उन्हें ही सुविधा दी गयीं। साथ ही जिन्होंने पैसा नहीं जमा किया, उन्हें कोई सुविधा नहीं दी गयीं। इतना ही नहीं, उन्हें दूसरे सिस्टम पर बैठाया गया जिसके चलते उन्हें परीक्षा में काफी दिक्कतों से जूझना पड़।
वहीं दूसरी ओर इस बारे में आईटीआई के जिम्मेदारों से पूछने पर वह जवाब देने से कतरा गये। परिसर में जगह न होने पर काफी छात्र बाहर ही खड़े थे जो बरसात के चलते भीगते नजर आये। दूसरा परीक्षा केन्द्र औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उसरहटा शाहगंज में है जहां भी भारी व्यवस्थाओं की शिकायतें सामने आयीं। वहीं दूसरी ओर इस बाबत जानकारी के लिये आईटीआई के प्रधानाचार्य मनीष पाल से बात करने का प्रयास असफल रहा।