कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में दिनांक 30 जुलाई को देर शाम को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े विविध मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने टीकाकरण की प्रगति को असंतोषजनक बताते हुए इसमें शीघ्र सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सीएचओ को अपने ड्यूटी स्थल (आरोग्य मंदिर) में नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज करने तथा ग्राम प्रधान, सचिव, लेखपाल व पंचायत सहायक द्वारा उपस्थिति सत्यापन सुनिश्चित कराने को कहा। अनुपस्थिति पर "नो वर्क – नो पे" नियम का सख्ती से अनुपालन करने के निर्देश भी दिए गए। इसके अलावा, सीएचओ का वेतन केवल जिलाधिकारी के अनुमोदन के उपरांत ही निर्गत किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को आशा कार्यकर्ताओं के कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने और कार्य में सुधार सुनिश्चित करने को कहा। असंतोषजनक प्रदर्शन करने वाले सीएचओ और आशाओं को तीन बार नोटिस देने और सुधार न होने की स्थिति में नियमानुसार बर्खास्त करने की प्रक्रिया अपनाने के निर्देश दिए।
टीबी उन्मूलन कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सक्रिय रोगियों की पहचान, बेहतर उपचार और सहायता राशि के समयबद्ध भुगतान पर बल दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को टीबी रोगियों के उपचार की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए।
समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमो की समीक्षा किया गया उसमें खराब परफॉर्मेंस पर टांडा व जलालपुर के एमओआईसी का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने और कार्य में शीघ्र सुधार लाने के निर्देश दिए। सुधार न होने पर शासन को पत्राचार करने की चेतावनी दी गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार शैवाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पी एन यादव, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार, डॉ आशुतोष सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता सुनिश्चित करने का आह्वान किया।