केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने, विस्थापित लोगों के लिए राहत उपायों तथा राज्य में समग्र कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की।
ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका, मणिपुर के मुख्य सचिव, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार और कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ''बैठक में राज्य से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसमें आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास प्रयास, सीमा पर बाड़ लगाना और समग्र कानून-व्यवस्था की स्थिति शामिल है।''
विस्थापित लोगों के लिए चल रहे राहत उपायों पर हुई चर्चा
बैठक के दौरान पहाड़ी और घाटी दोनों क्षेत्रों में विस्थापित लोगों के लिए चल रहे राहत उपायों की समीक्षा की गई और उन्हें प्रदान की जा रही वर्तमान सुविधाओं, पुनर्वास प्रयासों की स्थिति और उनके स्थायी पुनर्वास के लिए दीर्घकालिक योजना का विस्तृत मूल्यांकन किया गया।
इससे पहले सोमवार को केंद्रीय गृह सचिव और खुफिया ब्यूरो के निदेशक के नेतृत्व में केंद्रीय टीम ने चूड़चंदपुर में दो राहत शिविरों में विस्थापित लोगों से बातचीत की और दोनों शिविरों की स्थिति का जायजा लिया।
टीम ने डोरकास वेंग में राहत केंद्र का भी दौरा किया
टीम ने डोरकास वेंग में राहत केंद्र का भी दौरा किया, जहां केंद्रीय गृह सचिव ने बच्चों के लिए क्रेच सुविधा और महिलाओं के लिए सिलाई कार्यक्रम का उद्घाटन किया। टीम के साथ मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह, पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह, चुराचांदपुर के उपायुक्त धरुण कुमार एस और अन्य अधिकारी भी थे।