देवल संवाददाता, गोरखपुर ।लखनऊ होकर प्रयागराज जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस रविवार से 16 कोच के साथ गोरखपुर से रवाना होगी। यांत्रिक विभाग ने ट्रायल के बाद नई रेक को फिटनेस सर्टिफिकेट दे दिया है। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने भी ट्रेन चलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। अब परिचालन विभाग ने 16 कोच के साथ ट्रेन को रविवार से चलाने का निर्णय लिया है। ट्रेन के शेड्यूल में कोई परिवर्तन नहीं किया गया गया है।
गोरखपुर-प्रयागराज वंदे भारत पूर्व में लखनऊ तक ही जाती थी। मार्च 2024 में इस ट्रेन का विस्तार प्रयागराज जंक्शन तक किया गया। गोरखपुर से चलकर यह ट्रेन बस्ती, अयोध्या धाम, लखनऊ और रायबरेली में रुकती है। आठ कोच में अभी एग्जीक्यूटिव श्रेणी का एक और बाकी कोच एसी चेयर कार श्रेणी के हैं।लेकिन अब 16 कोच हो जाने के बाद इस ट्रेन में एग्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच की संख्या दो हो जाएगी, शेष 14 कोच चेयर कार श्रेणी के रहेंगे। अब इस ट्रेन में 1264 यात्री सफर कर सकेंगे। उत्तर रेलवे से आई वंदेभारत की रेक की फिटनेस जांचने के लिए दो दिन पहले गोरखपुर से नौतनवा 110 किमी की रफ्तार में दौड़ाकर ट्रायल किया गया था।
ट्रायल में पूरी तरह से पास होने के बाद इसके संचलन का निर्णय लिया गया है। रेलवे बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद रेल प्रशासन ने ट्रेन को चलाने के लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
वंदेभारत के लिए बनेगा अलग कोचिंग कॉम्प्लेक्स
वंदेभारत ट्रेन के कोच के मेंटेनेंस और सफाई के लिए गोरखपुर में 149 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा। इसके लिए रेल प्रशासन ने जमीन की तलाश कर ली है। भविष्य में गोरखपुर सहित लगभग पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख रूटों पर अब वंदे भारत ट्रेनें ही चलाई जाएगी।
गोरखपुर से दिल्ली और आगरा के बीच स्लीपर वंदे भारत के अलावा वाराणसी के रास्ते प्रयागराज सहित कुल सात वंदे भारत और दो अमृत भारत सहित कुल 17 ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है।