देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। पूज्य मिथिलेशनंदिनी शरण महाराज के जन्मदिन पर गुप्तकाशी विकास परिषद के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने विंध्य ला कालेज परिसर में वृक्षारोपण किया। परिषद के संरक्षक मंडल सदस्य / राष्ट्रीय साहित्यकार पारस नाथ मिश्र ने कहा कि पूज्य मिथिलेशनंदिनी शरण महाराज के जन्मदिन पर वृक्षारोपण पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। परिषद के अध्यक्ष पंडित आलोक कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि पूज्य आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण महराज सहज भाव के विचारक हैं। आज जब उनका मान संपूर्ण विश्व में है, तब भी उनको कोई अभिमान, अहंकार नहीं है। हर हाल में उसकी वाणी मधुर, व्यवहार संयमशील और चरित्र प्रभावशाली है। संत शब्द का अर्थ पूज्य गुरु में स्पष्ट दिखता है, उनका सभी के प्रति निरपेक्ष और समान भाव रहता है। उनकी नजर में हर व्यक्ति में भगवान वास करते हैं। उन्होंने अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है। पूज्य गुरुदेव भगवान को सभी वेद, शास्त्र, पुराण, नितिया, उपनिषद आदि ऐसे कंठस्थ हैं जैसे मानो उनकी जिहवा पर साक्षात मां सरस्वती विराजमान हों। परिषद के संरक्षक मंडल सदस्य / भोजपुरी राष्ट्रीय कवि जगदीश पंथी ने कहा कि यह शुभ दिन हमें जीवन भर आनंदित करता रहे और पूज्य महाराज का स्नेह अनवरत बना रहे। बृजेश कुमार शुक्ला ने स्वास्ति वाचन करते हुए सभी इष्ट देवी देवताओं से पूज्य गुरु जी के संपूर्ण जीवन में सुख, शांति व समृद्धि प्रदान करने को कामना किया। इस मौके पर डा अंजली विक्रम सिंह, अरुणेश कुमार पांडेय, डा अजय कुमार सिंह, अशोक कुमार तिवारी, अरुण कुमार तिवारी, सुरेश पाठक, कुंवर चतुर्वेदी, पारसनाथ मिश्र, जगदीश पंथी, डा अजय सिंह, बृजेश कुमार शुक्ला, अशोक तिवारी आदि मौजट रहे।