देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से विकास कार्यों की समीक्षा किया। इस दौरान उन्होंने गौशालाओं में पशुओं के लिए नेपियर घास लगाने में लापरवाही बरतने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के खिलाफ स्पष्टीकरण नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार से जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के कई स्थानों पर पेजयल की सुविधा उपलब्ध न कराए जाने व पेयजल के लिए जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजना के कार्य में लापरवाही व शिथिलता बरतने पर अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए। पर्यटन विकास की समीक्षा के दौरान जिला पर्यटन अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिया। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि आये दिन ट्रांसफार्मर खराब हो जाता है, जो निर्धारित समय पर ट्रांसफार्मर नहीं बदला जाता है, इस पर डीएम ने अधिशासी अभियन्ता विद्युत को फटकार लागते हुए खराब ट्रांसफार्मर को बदलने व मरम्मत कराते हुए निर्धारित समय के अन्दर दूसरा ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि फैमिली आईडी बनाने के कार्य में तेजी लाते हुए कार्य को पूर्ण कराया जाए। इस कार्य में लगे संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ मिलकर फैमिली आईडी के कार्य को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पूरा कर लें। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर पालिका व नगर पंचायतों में स्थापित गौशालाओं में उपलब्ध गायों को गरीब व्यक्तियों को दान के रूप में उपलब्ध कराया जाए, जिससे गरीब व्यक्ति को दूध मिलने के साथ ही उनके लिए आत्मनिर्भरता के लिए एक साधन उपलब्ध हो सकें। कहा कि जनपद के श्रमिकों के लिए प्रत्येक ब्लाक स्तर पर अलग-अलग तिथियों में श्रमिकों के पंजीयन कराने के लिए कैम्प, शिविर लगाया जाए। कैम्प के दौरान केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित श्रम विभाग की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। समाज कल्याण विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि पेंशन के लिए आधार सिडिंग के कार्य में तेजी लाया जाए। शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों का दाखिला कराया जाए। बच्चों के अभिभावकों से मिलकर बच्चों को स्कूल भेजने व विद्यालयों में सरकार द्वारा मिलने वाले सुविधाओं की जानकारी भी दी जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जर्जर विद्यालयों का निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया।