देवल संवाददाता, आजमगढ़। नियमत: किसी भी रोडवेज के परिसर से या परिसर के 1 किलोमीटर के दायरे तक किसी भी अन्य गाड़ी द्वारा सवारी उठाना कानूनन अपराध है, परंतु आजमगढ़ में इस कानून की जमकर धज्जियां उड़ाई जाती हैं, जब यह देखने को मिलता है की आजमगढ़ रोडवेज परिसर के बाहर ही डग्गामार वाहन जैसे बिना परमिट के चलने वाली प्राइवेट बसें, प्राइवेट नंबर प्लेट पर चार पहिया वाहनों में सवारी भरकर लखनऊ बनारस जैसे शहर ले जाने वाली गाड़ियां, ऐसे वाहनों की आजमगढ़ रोडवेज परिसर के बाहर लाइन लगी रहती है परंतु ना ही इस पर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई कर पा रहा है और ना ही इसके रोकथाम के लिए आर.टी.ओ आजमगढ़ दृष्टि कोई कदम उठा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बहुत ही असुरक्षित साधन है कहीं भी सफर करने के लिए, क्योंकि ऐसी गाड़ियां सवारी के चक्कर में भूसे की तरह सवारी को गाड़ी में भर लेती हैं, और सवारी भी दो पैसे कम लगे और 2 मिनट जल्दी पहुंचने के चक्कर में इनकी बातों में आकर भ्रमित होकर इन गाड़ियों में बैठ जाते हैं। हर दूसरे दिन यह खबर आती है की कोई ना कोई गाड़ी कभी अपनी गति के कारण तो कभी चालक के नशे में होने के कारण किसी दुर्घटना का शिकार हो गई, पर इसके बाद भी जिला प्रशासन इनके विरुद्ध कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।
यह सब देखते हुए आजमगढ़ रोडवेज विभाग के कर्मचारियों ने खुद मोर्चा संभाला, और अधिकारी एवं अपनी यूनियन के पदाधिकारी के संग सड़क पर उतरे और इन गाड़ियों को खदेड़ने तथा गाड़ी सीज करने जैसी कार्यवाही भी कार्रवाई। आज कुल लगभग तीन गाड़ियों को रोडवेज कर्मचारियों की मदद से पकड़ कर सीज करवाया गया , जिसमें खास तौर से वह प्राइवेट बसे थी जिनका ना तो कोई परमिट है और अगर परमिट है भी तो वह किसी और रास्ते पर चलने का है परंतु वह रोडवेज परिसर के बाहर आकर सवारी भर के अपने गंतव्य की ओर निकल जाती हैं। हमारे संवाददाता ने जब रोडवेज कर्मचारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से तो बहुत ही खतरनाक है ही साथ ही यह उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन विभाग के कोष को भी गहरी चोट पहुंचा रहा है। जब सरकार द्वारा सस्ते दरों पर सुरक्षित ढंग से बसो के माध्यम से कहीं आने जाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, तो यात्री उस सुविधा का इस्तेमाल न करके अपनी जान जोखिम में डालकर डग्गामार वाहनों से क्यों सफर कर रहे हैं। इसी क्रम में रोडवेज कर्मचारियों द्वारा अनेक यात्रियों को यह बात समझाई भी गई और उन्हें रोडवेज द्वारा चलाई जा रही बसो का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया। इसके परिणाम स्वरूप आज ज्यादा से ज्यादा लोगों ने सफर करने के लिए सरकारी बसों को ही सुरक्षित एवं किफायती भी समझा। इस पूरे प्रयास में रोडवेज के अनेकों सरकारी कर्मचारियों ने भाग लिया, मौके पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अभिनव सोनकर, क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवेश सिंह, क्षेत्रीय मंत्री श्री मार्कंडेय तिवारी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री दिलीप कुमार तिवारी, शाखा अध्यक्ष गौरव दीक्षित, उपाध्यक्ष राहुल सिंह, राज नारायण लाल, शाखा मंत्री दिलीप यादव व अन्य कर्मचारी बड़ी मात्रा में उपस्थित रहे।