कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।विवेकानन्द शिशु कुञ्ज सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल एनटीपीसी टाण्डा अम्बेडकर नगर में रविवार को विद्यालय की वार्षिक कार्ययोजना बैठक सम्पन्न हुई जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमान वीरेन्द्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में कार्ययोजना बैठक हुई । इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्या भारती के विद्यालय की कार्य योजना बैठक का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की गतिविधियों और योजनाओं को नियोजित व संगठित करना, छात्र, अभिभावक, शिक्षक और प्रबंध समिति के बीच समन्वय स्थापित करना, और विद्यालय के विकास के लिए एक स्पष्ट दिशा-निर्देश तैयार करना है। यह बैठक छात्रों के सर्वांगीण विकास, भारतीय मूल्यों के संवर्धन और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर केन्द्रित होती है.
*कार्य योजना बैठक के मुख्य उद्देश्य:*
*विद्यालय की गतिविधियों का समन्वय:*
विभिन्न गतिविधियों जैसे कि शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेलकूद, और सामाजिक सेवा को एक साथ लाना और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करना.
*सम्बन्धित पक्षों के बीच समन्वय:*
विद्या भारती के पंच प्राण,.. छात्र भैया बहनों, अभिभावकों, शिक्षकों, पूर्व छात्रों और प्रबन्ध समिति के बीच बेहतर सम्पर्क और सामंजस्य स्थापित करना.
*शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार:*
पाठ्यक्रम, शिक्षण विधियों और संसाधनों को बेहतर बनाना ताकि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके.
*भारतीय मूल्यों का संवर्धन:*
भारतीय संस्कृति, इतिहास और मूल्यों को छात्रों में जागृत करना.
*छात्रों का सर्वांगीण विकास:*
छात्रों को मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और नैतिक रूप से मजबूत बनाना.
*विद्यालय के विकास के लिए योजना:*
विद्यालय के विकास के लिए एक स्पष्ट योजना तैयार करना और उसे लागू करना.
*संसाधनों का प्रभावी उपयोग:*
उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना और नई संसाधनों की पहचान करना.
*समाज के प्रति जिम्मेदारी:*
विद्यालय को समाज के विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित करना.
कार्य योजना बैठक में शामिल होने वाले लोग:
*प्रबंध समिति:*
विद्यालय की नीतियों और निर्णयों को बनाने और लागू करने के लिए जिम्मेदार.
*प्रधानाचार्य:*
विद्यालय के संचालन और प्रशासन के लिए जिम्मेदार.
*शिक्षक:*
छात्रों को शिक्षित करने और उनके विकास में योगदान करने के लिए जिम्मेदार.
*अभिभावक:*
छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और विद्यालय के साथ सहयोग करते हैं.
*छात्र:*
विद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और अपने आगामी जीवन के लिए तैयार होकर भविष्य को उज्ज्वल बनाने का संकल्प लेते हैं.
*पूर्व छात्र:*
विद्यालय के विकास में अपना योगदान देते हैं और अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनते हैं.
कार्य योजना बैठक के लाभ:
*संगठित विद्यालय:*
विद्यालय की गतिविधियों और योजनाओं को संगठित करने से बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं.
*बेहतर संचार:*
सम्बंधित पक्षों के बीच बेहतर संचार से सहयोग और समझ बढ़ती है.
*शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार:*
योजनाबद्ध शिक्षण से छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता है.
*छात्रों का सर्वांगीण विकास:*
योजनाबद्ध गतिविधियों से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है.
*विद्यालय का विकास:*
कार्य योजना के माध्यम से विद्यालय का विकास होता है और उसकी प्रतिष्ठा बढ़ती है।
इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य आचार्या बहनें एवं कर्मचारी भैया एवं मैया उपस्थित रहे।