कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।अकबरपुर विकासखण्ड के इस्माइलपुरगंज ग्राम पंचायत के बारातघर हसनपुर में हुआ। जहां ताराखुर्द व चन्दनपुर न्याय पंचायत के विभिन्न गांवों से 115 से अधिक लोगों ने भागीदारी किया और माहवारी पर चुप्पी तोड़ो स्वस्थ जीवन से नाता जोड़ो** का जोरदार आगाज किया।
किशोरी बालिका सशक्तिकरण कार्यक्रम अम्बेडकरनगर व जन विकास केन्द्र भितरीडीह द्वारा आयोजित सशक्तिकरण शिविर को सम्बोधित करतीं हुई सचिव गायत्री ने कहा कि मासिक धर्म स्वच्छता सिर्फ़ एक स्वास्थ्य समस्या नहीं है - यह मानवाधिकार, सम्मान और समानता का मामला है। जैसा कि हम मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 2025 मनाते हैं, आइए हम एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए प्रतिबद्ध हों जहाँ हर व्यक्ति को सुरक्षित और सम्मानजनक मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन तक पहुँच हो।
सोशल एक्टिविस्ट मनोज कुमार ने बताया कि
अंतर्राष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस बुधवार, 28 मई, 2025 को पीरियडफ्रेंडलीवर्ल्ड थीम के तहत मनाया जा रहा है, जहां हर किसी को मासिक धर्म संबंधी शिक्षा और स्वच्छता संसाधनों तक पहुंच होगी। माहवारी स्वच्छता व स्वास्थ्य प्रबंधन पर लोगों से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि **माहवारी का खून नहीं सोच गन्दी होती है**।मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन का मतलब है कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को ऐसी सुविधाएं उपलब्ध हों, जिससे वे स्वच्छ, सुरक्षित और आरामदायक तरीके से इस समय को व्यतीत कर सकें। यह न केवल व्यक्तिगत स्वच्छता का हिस्सा है, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य और सामाजिक भलाई के लिए भी अहम है।
शिविर में कम्युनिटी मोबलाइजर निरकला ने लोगों को माहवारी की उम्र माहवारी के पहले दौरान व बाद की परेशानियां जरूरत व सावधानियों के बारे में बताया। माहवारी स्वास्थ्य पर नारीवादी कार्यकर्ता अनुपम ने बताया कि जब लड़कियों और महिलाओं को अपने मासिक धर्म को प्रबंधित करने के लिए सुरक्षित और सस्ती सैनिटरी सामग्री तक पहुँच मिलती है, तो उनमें संक्रमण का जोखिम कम हो जाता है । इसका समग्र यौन और प्रजनन स्वास्थ्य पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है, जिसमें किशोर गर्भावस्था, मातृ परिणाम और प्रजनन क्षमता में कमी शामिल है। वीमेन एक्टिविस्ट लक्ष्मी ने बताया कि संक्रमण को रोकने, दुर्गंध को कम करने और अपने मासिक धर्म के दौरान आरामदायक रहने के लिए अच्छे मासिक धर्म स्वच्छता का अभ्यास करें।मासिक धर्म उत्पादों को नियमित रूप से बदलें और उनके निर्देशों के अनुसार उनका उपयोग करे और सुगंधित स्वच्छता उत्पादों से बचें। गीत कहानी नाटक चार्ट पोस्टर प्रदर्शनी के द्वारा दो सत्रो में चले शिविर का संचालन धीरेन्द्र ने किया।
शिविर को सफल बनाने में राधा गुलशन किशमत्ली छोटेलाल पूनम विजेन्द्र वन्दना हमला आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।