देवल संवादाता,वाराणसी |वरुणा नदी का कायाकल्प करने के लिए यहां एलीवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा। जो पूरी तरह से ग्रीन फील्ड होगा। इससे नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा। वरुणा नदी में जगह-जगह चैकडेम बनाएं जाएंगे ताकि जब गंगा का जलस्तर ऊपर हो तो वहां के फाटक बंद किए जा सकें। इससे वरुणा नदी के दोनों तटों पर रहने वाले लोगों के लिए बाढ़ का खतरा नहीं होगा।
15 किलोमीटर लंबी होगी सड़क
चौकाघाट से रिंग रोड तक वरुणा के किनारे इसका विकास होगा। इससे जाम से मुक्ति मिलेगी। रोड तकरीबन 15 किलोमीटर लंबी होगी। यह दो लेन की सड़क चौकाघाट से शुरू होगी और रिंग रोड पर हरहुआ से करीब दो किलोमीटर आगे समाप्त होगी। इस योजना से शहर के ट्रैफिक दबाव में भारी कमी आएगी। योजना को नदी से लिंक करेंगे। इससे काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले वाहनों का लंबा फेरा घटेगा।
50 प्रतिशत ट्रैफिक किया जाएगा डायवर्ट
50 प्रतिशत ट्रैफिक डायवर्ट किया जाएगा। इससे दिल्ली, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर समेत बिहार और बंगाल की तरफ से आने वाले वाहनों को शहर के लिए नया वैकल्पिक रूट मिल जाएगा। वाहन मुख्य मार्ग के बजाय इसी सड़क से कुछ ही समय पर शहर में दाखिल हो सकेंगे।
यहां सड़क बनाने के लिए कैसी तकनीक प्रभावी की जाएगी। कैसा एलाइनमेंट रहेगा, साथ ही इसमें कितने पुल आएंगे, कितने जंक्शन बनाने होंगे। लागत क्या आएगी। एलिवेटेड फ्लाईओवर रोड पूरी तरह ग्रीनफील्ड होगा।