- मुंबई आतंकी हमले के बीच आज (10 अप्रैल) तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को दिल्ली लााया जा रहा है। भारत कई वर्षों से तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था।दिसंबर 2019 में भारत ने राणा के प्रत्यर्पण का अनुरोध करते हुए अमेरिका को एक राजनयिक नोट पेश किया, जिसके बाद 10 जून, 2020 को एक औपचारिक शिकायत की गई, जिसमें प्रत्यर्पण प्रक्रिया को सही बनाने के लिए उसकी गिरफ्तारी की मांग की गई। आखिरकार, फरवरी 2025 में भारत को सफलता मिली।भारत से NIA के इंस्पेक्टर जनरल रैंक के अधिकारी आशीष बत्रा की लीडरशिप में एक मल्टी-एजेंसी टीम तहव्वुर राणा को हिरासत में लेने के लिए अमेरिका गई थी। टीम में सब-इंसपेक्टर जनरल रैंक की अधिकारी जया रॉय और तीसरे शख्स आईपीएस प्रभात कुमार हैं। रविवार को टीम अमेरिका रवाना हुई थी।सबसे पहले बात करते हैं झारखंड पुलिस कैडर के 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी, आशीष बत्रा की। वो वर्तमान में एनआईए में इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के पद पर तैनात हैं। वे जहानाबाद और रांची जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी है।दूसरी सदस्य जया राय हैं। वो झारखंड कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। वो फिलहाल एनआईए में सीनियर पब्लिक रिलेंशस ऑफिसर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।तीसरे अधिकारी प्रभात कुमार है। वो छत्तीसगढ़ कैडर के 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। प्रभात कुमार, वर्तमान में एनआईए में सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) के तौर पर कार्यरत हैं। वे दिल्ली हवाई अड्डे से एनआईए मुख्यालय तक पूरे ऑपरेशन के कोऑर्डिनेटर भी हैं।भारत आने के बाद आतंकी के साथ क्या होगा?भारत पहुंचने पर तहव्वुर राणा को हिरासत के लिए नई दिल्ली में एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा। इसके बाद राणा से पूछताछ की जाएगी। उसे शुरुआती कुछ हफ्तों तक उसके एनआईए की हिरासत में रखा जाएगा।इसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच मुंबई हमलों की आगे की जांच के लिए उसकी हिरासत की मांग करेगी। दिल्ली और मुंबई की जेल में उसके लिए हाई सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है।
आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने की जिम्मेदारी तीन अधिकारियों को दी गई है
अप्रैल 10, 2025
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