देवल संवाददाता, वाराणसी ।आने वाले दिनों में जिले के माध्यमिक विद्यालयों में जूनियर वैज्ञानिक तैयार किए जाएंगे। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों में नवाचार की प्रतिभा तलाशने के लिए जिले में प्रधानमंत्री काशी विज्ञान क्रांति (पीएमकेवीके) की शुरुआत की जाएगी।
पीएमकेवीके के तहत विज्ञान में रुचि लेने वाले विद्यार्थियों को नवाचार के लिए प्रेरित करने के साथ ही आर्थिक मदद भी दी जाएगी। स्कूल के बच्चों में वैज्ञानिक नवाचार की प्रतिभा को तलाशने के लिए अब नए सिरे से काम किया जाएगा।
इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक की निगरानी में विज्ञान क्लब का गठन किया जाएगा। विज्ञान में रूचि लेने वाले नए-नए आधुनिक उपकरणों की खोज करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहन के लिए वैज्ञानिक कोष से आर्थिक मदद भी दी जाएगी। इस योजना का खाका तैयार करने के लिए जिले के राजकीय विद्यालय पीएमश्री क्वींस इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अमित श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
प्रधानाचार्य ने बताया कि बच्चों में नवाचार की प्रतिभा की पहचान करने के लिए प्रशासन ने पीएमकेवीके का प्रस्ताव मांगा है। जिसके तहत वैज्ञानिक, नवाचार के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले विद्यालयों के शिक्षकों को शामिल कर विज्ञान क्लब का गठन किया जाएगा।
प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए वैज्ञानिक कोष भी बनाया जाएगा, जिससे बच्चों को आर्थिक मदद दी जाएगी। माह में दो बार प्रदर्शनी लगेगी। जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों में नई खोज को प्रेरित करने के लिए जिलाधिकारी ने पीएमकेवीके का प्रस्ताव मांगा है। जल्द ही विज्ञान क्लब का गठन कर प्रस्ताव भेजा जाएगा। छात्रों को इसका पूरा लाभ मिलेगा।
युवा वैज्ञानिक डॉ. निलिशा रस्तोगी को मलयेशिया में अवॉर्ड
बीएचयू के आणविक जीवन विज्ञान इकाई में डीएचआर युवा वैज्ञानिक डॉ. निलिशा रस्तोगी को कुआलालंपुर मलयेशिया में समारोह में राइजिंग स्टार अवॉर्ड-2024 से नवाजा गया है। 1 से 6 दिसंबर तक कुआलालंपुर कन्वेंशन सेंटर (केएलसीसी) में 18वें एशियाई क्रिस्टलोग्राफिक एसोसिएशन सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय क्रिस्टलोग्राफी संघ (आईयूसीआर) ने अवॉर्ड दिया।
यह पुरस्कार एशिया और ओशिनिया में क्रिस्टलोग्राफी के क्षेत्र में उभरते वैज्ञानिकों को दिया जाता है। डाॅ. निलिशा ने माइको बैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के चिकित्सीय रूप से महत्वपूर्ण प्रोटीन आरवी1509 और आरवी2231ए के संरचनात्मक और जैव भौतिक गुण पर अपनी बात रखी।