देवल संवादाता,इंदारा। प्रदेश सरकार की बेसहारा पशुओं को संरक्षण देने की योजना जिम्मेदारों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई है। बेसहारा पशुओं की देखभाल के प्रति लापरवाही साफ झलक रही है। मनमाने ढंग से पशु आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं। झूठे आंकड़ों को दर्ज कर कागजी खानापूर्ति की जा रही है। कोपागंज विकास खंड के मुहम्मदपुर बाबूपुर गांव अस्थाई गौ आश्रय स्थल में दो पशुओं के बीमार होने की घटना इस बात की गवाही दे रही है। यहां तो दस दिनों से समरसेबल खराब होने से पशु पानी के लिए तड़प रहे है।कोपागंज विकास खंड के मुहम्मदपुर बाबूपुर गांव अस्थाई गौ आश्रय स्थल में 19 पशु रखे गए हैं। पशु आश्रय स्थल की दयनीय स्थिति जिम्मेदारों के लापरवाही की कहानी कह रही है। इनमें दो गंभीर रूप से बीमार हैं। पशुओं के खाने के लिए केवल सुखा भूसा की व्यवस्था की गई है,हरा चारा तो पशुओ से दूर है। दस दिनों से मोटर का स्टार्टर खराब होने से पानी नही मिल रहा है। इससे पशु पानी पीने के लिए तड़प-तड़प कर मर रहे है। वही पानी के अभाव में दो पशु गंभीर रूप से बीमार पड़े हुए है। ग्रामीण राजेश राजभर का कहना है कि जबसे यह आश्रय स्थल खुला तबसे दर्जनों पशु यहां मर चुके हैं,जिन्हें वही किनारे मिट्टी में खोदकर दफन कर दिया गया। इस संबंध में पूछने पर कोपागंज बीडीओ कलाधर पांडेय ने कहा है कि गो-आश्रय केंद्रों पर पशुओं के मरने की जानकारी उन्हें नहीं है। इसकी जांच कर कार्यवाई की जाएगी,यदि पानी के अभाव में पशुओं के मरने की बात सही निकली तो संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।