अम्बेडकरनगर के 274 परिषदीय विद्यालयों में करीब 11 करोड़ की लागत से बाउंड्री का काम हो रहा है। इन स्कूलों में बाउंड्री हो जाने से करीब 40 हजार बच्चों एवं शिक्षकों को इसका फायदा होगा। विद्यालय में बाउंड्री न होने से पढ़ाई के समय छुट्टा जानवर विद्यालय में टहलने लगते हैं, जिससे शिक्षक एवं बच्चों को समस्या होती है।परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए शासन द्वारा लगातार ऐसे विद्यालयों में बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है, जहां यह सुविधा नहीं है। जिले में 1,583 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें 429 परिषदीय विद्यालय ऐसे थे, जहां बाउंड्रीवॉल नहीं थी। बीएसए कार्यालय ने पिछले दिनों 274 परिषदीय विद्यालयों में चहारदीवारी के निर्माण का प्रस्ताव विभाग को भेजा था, जिसे शासन ने मंजूर कर लिया और इसका बजट दिया।इसके बाद इसका निर्माण चालू हो गया। बीएसए कार्यालय के अनुसार छह करोड़ दो लाख रुपये की लागत से 142 विद्यालयों में बाउंड्रीवॉल का निर्माण बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा, जबकि ऑपरेशन कायाकल्प के तहत लगभग पांच करोड़ रुपए की लागत से 132 विद्यालयों में चहरादीवारी का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा कराया जा रहा है।बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिन 142 बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है, वह मार्च के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। इसके अलावा ऑपरेशन कायाकल्प के तहत चल रहे निर्माण में 28 में निर्माण मार्च के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। बाकी का भी निर्माण तेजी से चल रहा है। जो मई माह के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। बीएसए भोलेद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बाउंड्री निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, जो जल्द पूरा हो जाएगा।