उत्तर प्रदेश सरकार की वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था की मुहिम को रफ्तार देने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे किनारे औद्योगिक गलियारा बनेगा जिसके लिए उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने जिले की दो तहसीलों में किसानों की लगभग 200 एकड़ भूमि चिह्नित की है। इसमें फूलपुर तहसील के खुरचंदा में लगभग 150 एकड़ और तहसील सदर के चकतगे में 54.340 एकड़ भूमि शामिल है।उत्तर प्रदेश सरकार की वन ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था की मुहिम को रफ्तार देने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे किनारे औद्योगिक गलियारा बनेगा, जिसके लिए उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने जिले की दो तहसीलों में किसानों की लगभग 200 एकड़ भूमि चिह्नित की है। इसमें फूलपुर तहसील के खुरचंदा में लगभग 150 एकड़ और तहसील सदर के चकतगे में 54.340 एकड़ भूमि शामिल है।(यूपीडा) ने तीन माह पूर्व चिह्नित भूमि का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी है। चिह्नित गांव में किसानों से जमीन खरीदनी होगी। उद्याेग स्थापित होने से काफी संख्या में लोेगों को रोजगार मिलेगा। आदेश मिलते ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आने जाने के लिए फूलपुर के खुरचंदा से शुरुआत और सठियांव के पास कनेक्टिविटी मार्ग से जोड़ा तो गया है। सरकार के निर्देश पर खुरचदां व चकतगे गांव में यूपीडा ने भूमि चिह्नित किया था, जिसका प्रस्ताव प्रशासन के माध्यम से शासन को भेजा था।दो वर्ष पहले यह कार्य ब्लाक सठियांव के समेदा गांव में होने वाला था लेकिन वहां अभी कुछ नहीं हो सका है। जबकि, खुरचंदा व चकतगे की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई। बस अब अनुमति का इंतजार है। ।आदेश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।भूमि अधिग्रहण के बाद चिह्नित जमीन पर बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उसके बाद निवेशकों को उद्योग स्थापित करने के लिए प्लाट उपलब्ध कराए जाएंगे। पहले वेयरहाउस और लाजिस्टिक उद्याेगों को खासतौर पर बढ़ावा दिया जाएगा। औद्योगिक गलियारे में इलेक्ट्रानिक उपकरण, होजरी, खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां, दुग्ध प्रसंस्करण, दवा, मशीनरी संयंत्र, आइटी, कृषि उपज आधारित उपज आदि की इकाईयां लग सकेंगी।पूर्वांचल एक्सप्रेव-वे किनारे औद्योगिक गलियारा विकसित होने से माल परिवहन तेजी से होगा। इससे जिले के खास उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा। जिसमें एक जिला एक उत्पाद में चयनित मुबारकपुर रेशमी साड़ी व वस्त्र और निजामाबाद का ब्लैक पाटरी उत्पाद शामिल है।‘‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक गलियारा विकसित करने के लिए यूपीडा की तरफ से किसानों की भूमि चिह्नित की गई है। प्रशासन के माध्यम से प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है लेकिन अभी तक इस संबंध में अगला कोई आदेश नहीं आया है। आदेश मिलने के बाद किसानों की भूमि का मुआवजा तय होगा। मुआवजा भुगतान के बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया और फिर परियोजना पर मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा, जिससे निवेशकों को उद्योग स्थापित करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।