कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।जहांँगीरगंज थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गाँव में प्रशासन द्वारा ढहाए गए रामलीला मंच का मामला अब तूल पकड़ लिया है.शनिवार को रामलीला समिति के पदाधिकारियों एवं ग्रामीणों ने ढहाए गए रामलीला मंच को फिर से बनाए जाने की मांँग को रखते हुए धरने पर बैठ गए.करीब तीन घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद मामले में स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन द्वारा समुचित कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन किसी तरह शांत हुआ. ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन को अधिकार सेना पार्टी का समर्थन भी मिला.बताया जाता है कि बीते नवरात्र के एक माह पहले ग्राम समाज की भूमि पर गांँव के पूर्व प्रधान से लेकर मौजूदा प्रधान एवं ग्रामीणों की आपसी सहमति पर रामलीला मंच के पक्के निर्माण का कार्य करवाया गया था.पक्के निर्माण में किसी भी तरह का अवरोध उत्पन्न न होने पाए इसके लिए राजस्व महकमें को भी जानकारी दी गयी थी.इसी के बाद नवरात्र के दौरान रामलीला मंचन का भी कार्यक्रम विधिवत संपन्न किया गया.अब उसी मंच को अतिक्रमण के दर्जे मे लाकर बीते नौ अक्टूबर को राजस्व टीम द्वारा बुलडोजर से ढहवा दिया गया.राजस्व महकमें के अनुसार पूर्व प्रधान की शिकायत पर जाँचोपरांत मंच को ढहाया गया.पूर्व प्रधान का आरोप था कि उक्त भूमि रास्ते की थी जबकि पूर्व प्रधान के विरोध में खड़े ग्रामीणों द्वारा कहा गया कि आम सहमति के आधार पर रास्ते की जमीन को छोड़कर मंच का निर्माण कराया गया था.जिसमें पूर्व प्रधान से लेकर वर्तमान प्रधान एवं ग्रामीणों की आम सहमति बनी थी.मंच ढहाए जाने के बाद शुक्रवार को ग्रामीण बड़ी संख्या में जुटकर आलापुर तहसील पहुंँचे वहांँ उपजिलाधिकारी सुभाष सिंह धामी से मिलकर अपने दिए गए शिकायती पत्र की जांँच कर कार्रवाई करने की माँग किया.ग्रामीणों द्वारा कहा गया कि जिस गाटा संख्या में रास्ते को छोड़कर लोगों की सहमति से रामलीला मंच का निर्माण हुआ था उस गाटे में तमाम अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण कर रखा है उस पर पूर्व प्रधान का ध्यान नहीं गया.आरोप है कि पूर्व प्रधान द्वारा जानबूझकर रामलीला मंच को निशाना बनाया गया और तहसील प्रशासन को गुमराह करके बनाए गए मंच को जबरन ढहा दिया गया.तहसील से लौटने के बाद मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई न होते देख आज शनिवार को रामलीला मंच के पदाधिकारी ग्रामीण एवं उनके समर्थन में रहे अधिकार सेना पार्टी के लोग एकत्रित होकर ढहाए गए मंच की जमीन पर ही धरने पर बैठ गए.धरना प्रदर्शन करीब तीन घंटे तक चला.सूचना पर पहुंँचे तहसीलदार आलापुर.हल्का लेखपाल दयाशंकर के अलावा थानाध्यक्ष जहांँगीरगंज अजय प्रताप यादव अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंँचकर लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया.मामले में त्वरित कार्रवाई के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ ग्रामीणों का कहना था कि अगर मंच का निर्माण नहीं कराया गया तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे. ।