देवल संवाददाता, लखनऊ।अखिलेश यादव ने लखनऊ में सपा कार्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के साथ-साथ लखनऊ में गोमती रिवरफ्रंट पर स्वर्गीय केदनारनाथ सिंह सैथवार जी की प्रतिमा लगाकर उनको सम्मान दिलाने का हमारी सरकार करेगी। बस हमें सरकार में आने दो। इस दौरान उन्होंने यूपी सरकार पर तंज कसा।
उन्होंने कहा, ये सरकार सफेद टेबल पर बैठकर काला झूठ बोलती है। सरकार की नीयत नेक नहीं है। जब सरकार के जाने का वक्त आया, तो गोमती की सफाई याद आई। ये सरकार नदी नहीं साफ कर रही है, बल्कि बजट साफ कर रही है। ये लोग प्लान करते हैं कि कैसे लूटा जाए।
भाजपा के पास कोई मॉडल नहीं। जो लोग एनकाउंटर का बहाना लेकर लॉ एंड ऑर्डर की बात कर रहे हैं। अगर एनकाउंटर से लॉ एंड ऑर्डर ठीक होता, तो बंथरा में बेटी के साथ दुष्कर्म कैसे हुआ? क्यों हरिओम वाल्मीकि की हत्या हुई? आईपीएस चोरों को बचा रहे हैं।
अखबरों में हेडलाइन बहुत सुंदर लगी थी
अखिलेश यादव ने कहा, अखबारों में मैंने पढ़ा। हेडलाइन जितनी सुंदर है उससे सरकार का कमिटमेंट नहीं दिखाई दे रहा। कहते हैं कि गोमती होगी साफ, नहीं गिरेगा सीवर का पानी। गोमती नदी का होगा कायाकल्प। जब सरकार का जाने का समय आया, तब इन्हें गोमती नदी याद आई। हमारी सरकार ने गोमती सफाई का एक मॉडल तैयार किया था। वरुणा नदी का भी। हमारा ही मॉडल है, जिससे नदियां साफ हो सकती है। ये सरकार बजट साफ कर रही है और नाले पर रिवर फ्रंट बना रही है।
मेरे एक साथी ने कहा कि आप सोना खरीद लो और दीवाली पर अच्छी कमाओगे। लेकिन, मैंने उसकी बात नहीं मानी। आज सोना का रेट 1 लाख 30 हजार पहुंच जाएगा। मेरा बहुत घाटा हो गया। क्योंकि, हमें जब राय दी गई तब 90 हजार था। जब सोना इतना महंगा होगा, तो गरीब क्या दे पाएगा बेटी को शादी में।
सरकार स्वदेशी का चूर्ण दे रही
सरकार स्वदेशी का चूर्ण खिला रही है। ये स्वदेशी का नारा हमें और आपको गुमराह करने का है। ये लोग मन से विदेशी हैं और अगर मन से विदेशी हैं तो आप चीन पर टैरिफ क्यों नहीं लगा रहे। कुछ जगह चढ़ावे में सोना का दाना चढ़ रहा है। अभी सुनने में आया कि राज्य में किसान के लिए एग्रीकल्चर डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया गया। ये डिजिटल में रियल टाइम अवेलेबिलिटी की बात कर रहे। लेकिन, जमीन पर कुछ उपलब्ध नहीं करा रहे। ये सरकार जमीन और खाद की लूट कर रहे। ये सरकार किसानों के प्रति ईमानदार नहीं रही। ये प्लेटफार्म 9 साल पहले क्यों नहीं बनाया।