कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।तहसील टांडा क्षेत्र के अंतर्गत बसखारी–टांडा रोड पर खुलेआम गांजे की अवैध बिक्री जारी है, लेकिन आबकारी विभाग मानो कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है। क्षेत्र में नशे का कारोबार दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और विभागीय लापरवाही पर जनता गंभीर सवाल उठा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से आबकारी विभाग में हालिया स्थानांतरण और नए अधिकारियों ने चार्ज संभाला है, तब से गांजे के अवैध कारोबारी और लाइसेंसधारी दुकानों की आड़ में नशे की तस्करी का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। सवाल उठता है कि आखिर इतनी बड़ी अवैध गतिविधि विभाग की मिलीभगत के बिना कैसे संभव है? बसखारी नगर वासियों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की उदासीनता ने युवाओं के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल दिया है। नशे के जाल में फंसते युवा समाज के लिए खतरा बनते जा रहे हैं, और इसके बावजूद न तो आबकारी विभाग सक्रिय है और न ही स्थानीय पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नही किया जा रहा है।
जनता का सीधा सवाल है — क्या आबकारी विभाग अब भी आंखें मूंदे रहेगा या फिर ऐसे नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसेगा?
वहीं, थाना बसखारी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में हो रही खुलेआम बिक्री आखिर उनकी जानकारी के बिना कैसे संभव है? अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो यह अवैध नशा व्यापार युवा पीढ़ी के भविष्य को पूरी तरह बर्बाद कर सकता है। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस पर कार्रवाई करते हैं या फिर जनता के सवालों का जवाब टालते रहते हैं।
