संतोष ,देवल ब्यूरो ,आज़मगढ़ जनपद के मोलनापुर नत्थनपट्टी गांव में आयोजित वार्षिक मेला सोमवार को सकुशल सम्पन्न हो गया। गांव के लोगों और आयोजकों की मेहनत से यह आयोजन पूरी तरह शांति और उत्साह के माहौल में संपन्न हुआ। समाजसेवी दिवाकर मौर्य ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार मेले में उम्मीद से कहीं अधिक भीड़ देखने को मिली। दूर-दूर के क्षेत्रों से लोग अपने परिवार के साथ मेले में पहुंचे —जहाँ बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने पूरे आनंद और श्रद्धा के साथ भाग लिया। मेले में लगी झूलों की चहल-पहल, मिठाइयों की दुकानों पर भीड़, और लोकगीतों की मधुर धुनों ने पूरे वातावरण को उत्सवमय बना दिया। लोगों के चेहरों पर खुशी और उल्लास साफ झलक रहा था। इस मेले की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि यहाँ किसी देवी-देवता की नहीं, बल्कि बाबा गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की जाती है। सुबह से ही बुद्ध प्रतिमा के दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। लोगों ने श्रद्धा से सर झुकाकर शांति, करुणा और समानता का संदेश अपने मन में उतारा। दिवाकर मौर्य ने कहा कि —
बाबा गौतम बुद्ध के दरबार में कोई छोटा या बड़ा नहीं होता, यहाँ हर व्यक्ति समान भाव से सर झुकाता है। यही इस मेले की असली पहचान है। सभी ने मोलनापुर नत्थनपट्टी के इस पारंपरिक आयोजन की सराहना की और गांव के लोगों की एकता और सहयोग भावना की प्रशंसा की। मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्थानीय पुलिस बल पूरी तरह सक्रिय रहा। भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस कर्मी लगातार गश्त करते रहे, जिससे पूरे कार्यक्रम का संचालन शांति और अनुशासन के साथ सम्पन्न हुआ। समाजसेवी दिवाकर मौर्य ने कहा कि इस मेले की सफलता पूरे गांव के सहयोग का परिणाम है। हर वर्ग, हर समुदाय के लोगों ने मिलकर इसे सफल बनाया। हम सभी का उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ियाँ भी
इस मेले से शांति और भाईचारे का संदेश लेती रहें। मेले के दौरान बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया। रंग-बिरंगे झूले, गुब्बारे, मिठाइयाँ और खेलों ने छोटे बच्चों को आकर्षित किया। वहीं बुजुर्गों ने बुद्ध प्रतिमा के दर्शन कर मन की शांति का अनुभव किया।