देवल, ब्यूरो चीफ,शक्तिनगर, सोनभद्र। उर्जाचल क्षेत्र में कोयला व राख परिवहन से उत्पन्न प्रदूषण से क्षेत्रीय लोगों का जीना हराम हो गया है। अनपरा के औड़ी से शक्तिनगर फोरलेन मार्ग पर कोयला व राख परिवहन में लगे वाहनों के संचालन से उड़ रहे धूल के गुब्बार से इस मार्ग पर चलना लोगों के लिए दूभर हो गया है। क्षेत्रीय लोगों ने धूल प्रदूषण से निजात दिलाने की मांग किया है।
ग्राम प्रधान विजय गुप्ता उर्फ लाल बाबू, सपा नेता मुकेश सिंह, जिला पंचायत सदस्य उमेश गुप्ता आदि लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि नियम विरूद्ध चल रहे कोयला व राख के ओवरलोड परिवहन से सड़क जगह-जगह गड्ढ़ों में तब्दील हो गई है। मार्ग पर बने गड्डों से होकर गुजरने में कई लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत भी हो चुकी है। लगभग 200 करोड़ की बनी फोरलेन मार्ग 2 साल भी नहीं चल सकी। जगह-जगह शक्तिनगर से अनपरा के बीच बड़े-बड़े गड्ढे होने से भी लोगों को समस्या उत्पन्न हुई है। सबसे अधिक समस्या बाइक सवारों को है, जो काल के गाल में समा रहे हैं। सफेद कपड़े काले होने के साथ ही सड़क के किनारे पेड़ पौधे भी विलुप्त होते जा रहे हैं। चर्म रोग की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। बावजूद महज संबंधित विभाग जनहित की इस गंभीर समस्या के निराकरण कराने के बजाए सिर्फ कागजी कोरमपूर्ति में टूटा है। एनटीपीसी व एनसीएल के संबंधित अधिकारी भी इस समस्या से अनजान बने हुए है। ओवरलोड कोयला और राख परिवहन में लगे बड़े-बड़े वाहनों की यदि जांच करा दी जाए तो तमाम वाहन अनफिट मिलेंगे। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी से इस पर हस्तक्षेप की गुहार लगायी है।