देवल संवाददाता, अतरौलिया, आज़मगढ़। स्थानीय थाना क्षेत्र के अनंतपुर बढ़या गांव में इलाज के दौरान एक बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से जांच की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव निवासी ज्ञानचंद पुत्र स्वर्गीय रामबली (64 वर्ष) अपनी पत्नी गुलाबी देवी के साथ घर पर अकेले रहते थे। उनके दो पुत्रों की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। उनकी देखभाल उनका भतीजा रणजीत करता था। बताया जा रहा है कि तीन दिन पूर्व ज्ञानचंद की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद रणजीत ने उन्हें अतरौलिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें अन्यत्र ले जाने की सलाह दी। परिजन उन्हें लखनऊ इलाज के लिए ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। मृतक के चचेरे भाई पवन ने पुलिस को सूचना देते हुए आरोप लगाया कि रणजीत ने तहसील में वसीयत कराने के बाद उनकी हत्या कर दी है। वहीं, शशिकला, कौशल्या, पुतली और गुलाबी देवी ने भी आरोप लगाया कि बीमारी के दौरान रणजीत ने इलाज के बहाने उन्हें तहसील ले जाकर वसीयत करा ली, जबकि मृतक की पत्नी अभी जीवित हैं।
भतीजे पवन का कहना है कि वह भी उनके साथ गाड़ी में जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसे जबरन उतार दिया गया और तहसील में वसीयत करा ली गई। उसे संदेह है कि इलाज के बहाने ज्ञानचंद की हत्या की गई है।