भाजपा ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दक्षिण अमेरिका यात्रा पर सवाल उठाए। वह 26 सितंबर से वहां हैं। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस से जवाब मांगा।
एक्स पर एक पोस्ट में मालवीय ने कहा, "अब 15 दिन से ज्यादा हो गए हैं और उनकी यात्रा के असली मकसद से ध्यान भटकाने के लिए बनाए गए कुछ वीडियो के अलावा, पूरी तरह से सन्नाटा है।" मालवीय ने उनके अन्य कार्यक्रमों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी आखिर कहां हैं और दक्षिण अमेरिका में क्या कर रहे हैं? इतनी गोपनीयता क्यों?"
'चुनाव आ गया है, अब तो लौट आएं'
इससे पहले मालवीय ने शनिवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "अगर राहुल गांधी कोलंबिया में कॉफी बनाना सीख चुके हैं और छुट्टियां मना रहे हैं तो उन्हें भारत लौट आना चाहिए। बिहार चुनाव की घोषणा हो चुकी है और एक महीने से भी कम समय में मतदान शुरू हो जाएगा। महागठबंधन फिर हारेगा। और, हमेशा की तरह, कांग्रेस अपने लापता नेता को छोड़कर, सबको दोष देगी!"
निशिकांत दुबे ने राहुल के विदेश दौरों की जांच की मांग
इससे पहले, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पिछले दस वर्षों में राहुल गांधी के विदेश दौरों की जांच की मांग की थी। भाजपा सांसद ने 7 अक्टूबर को कहा था कि राहुल गांधी समेत किसी भी सांसद को अध्ययन दौरे पर जाने के लिए सरकार से किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
उन्होंने आगे कहा कि राजीव गांधी की सरकार के दौरान, दो केंद्रीय मंत्रियों - ग्रामीण विकास राज्य मंत्री चंदूलाल चंद्राकर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री के.पी. सिंह देव और स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स आयोग के अध्यक्ष एम.एस. संजीव राव को जासूसी के मामलों में नामजद होने के कारण इस्तीफा देना पड़ा था।
दुबे ने एक्स पर दस्तावेज भी साझा किए, जिनमें देव द्वारा राम स्वरूप नामक एक आरोपी के साथ आरोप पत्र में अपना नाम दर्ज होने पर नाराजगी व्यक्त करने का दस्तावेजी संदर्भ है। निशिकांत दुबे ने इस कुख्यात घटना का हवाला देते हुए मांग की कि राहुल गांधी के विदेश दौरों की जांच एजेंसियों द्वारा की जानी चाहिए।