आमिर, देवल ब्यूरो ,सरायख्वाजा, जौनपुर। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में बुधवार को मिशन शक्ति फेस-5 के अंतर्गत छात्राओं के लिए "साइबर क्राइम जागरूकता" विषय पर विशेष कार्यक्रम हुआ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता साइबर क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि भारत में साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले 4 वर्षों में इन अपराधों में लगभग 400 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। छात्राओं को साइबर अपराधियों से डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उन्हें तकनीकी रूप से सशक्त होकर उनका साहसपूर्वक सामना करना चाहिए।
डॉ. राठौर ने छात्राओं को नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया से अवगत कराया और बताया कि महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराधों के लिए अलग से शिकायत दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध है। मोबाइल और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफार्मों पर बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के लिए पीड़ितों को संचार साथी ऐप के माध्यम से शिकायत अवश्य दर्ज करनी चाहिए, ताकि अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई हो सके।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. आशुतोष सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटल तकनीक का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराधों की संख्या भी बढ़ रही है। जागरूकता ही इनसे बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है। नोडल अधिकारी डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव ने बताया कि छात्राओं के सशक्तिकरण हेतु मिशन शक्ति फेज-5 के तहत लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। वहीं मिशन शक्ति फेस-5 की सदस्य डॉ. अन्नू त्यागी ने कहा कि साइबर अपराधी लोगों के मनोविज्ञान का सहारा लेकर हावी होते हैं, इसलिये सतर्क रहना ही सुरक्षा की कुंजी है। कार्यक्रम का संचालन अनुश्रेया सिंह ने किया।