देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। लाख कवायदों के बावजूद जनपद में उर्वरक (खाद) की किल्लत बरकरार है। यूरिया खाद के लिए किसान मारे-मारे फिर रहे हैं। गुरूवार को कोन विकास खंड के कचनरवा लैम्पस पर यूरिया खाद के लिए दर्जनों की संख्या में किसानों की भीड़ उमड़ी रही। दोपहर बाद तक खाद न मिलने से आक्रोशित तमाम किसानों द्वारा मौके पर काफी हो-हल्ला मचाए जाने की बात समाने आई है।
बताया गया कि विगत कई दिनों से क्षेत्रीय किसान कचनरवा लैम्पस पर खाद के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। इससे खफा किसानों ने वर्तमान व्यवस्था के प्रति काफी नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर हंगामा किया। बतादें कि कुछ दिनों पूर्व किसानों ने कोन-विंढमगंज मार्ग को जाम कर दिया था। उस दौरान सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराए जाने का अश्वासन देते हुए चक्काजाम समाप्त कराया था। किसानों का कहना है कि यूरिया के अभाव में फसल चौपट होती नजर आ रही है। संबंधित विभाग के अधिकारी सचिव के बीमार होने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं। समिति के अध्यक्ष संतोष जायसवाल ने बताया कि कचनरवा लैम्पस पर कुछ मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, जो किसानों की संख्या के आधार पर बहुत कम है। जब तक उर्वरक की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध नहीं होगी, तब तक वितरण करना संभव नहीं है। किसान छोटेलाल, बिहारी, बसंत, अमरनाथ, कुलदीप, अमेरिका, गोविंद, प्रदीप आदि ने जिलाधिकारी समेत संबंधित विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने की मांग किया है।