देवल संवाददाता, आजमगढ़। भाजपा के वरिष्ठ नेता रमाकान्त मिश्र ने उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रजेश पाठक से मिल जनपद में चल रहे अवैध अस्पतालों और उन अस्पतालों में तथाकथित डाक्टरों की लापरवाही से आये दिन हो रही मौतों पर चिन्ता जताते हुए अवगत कराया। इसी तरह श्री मिश्र ने सीएमओ कार्यालय में 65 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की नियुक्ति ब्लैक लिस्टेड फर्म से कराने के मामले से भी उप मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
उपमुख्यमंत्री को शिकायती पत्र के माध्यम से रमाकान्त मिश्र ने बताया कि आजमगढ़ जनपद में नियम कानून के विपरीत स्वास्थ्य विभग के मिली भगत से प्राइवेट हास्पिटल अस्पताल संचालित हो रहे हैं। उन अस्पतालों में काम कर रहे बिना योग्यता के डाक्टरों की लापरवाही से आये दिन मरीजों की मौत होने के मामले सामने आ रहे हैं, जो किसी हत्या से कम नहीं है। विगत दिनों यशलोक हास्पिटल, फूलपुर में पथरी के आपरेशन के बाद महिला की मृत्यु हो गयी। स्थानीय सफेदपोश एवं पुलिस की मिलीभगत से मामला निक्षेपित कर दिया गया। इसी तरह आर्यन हास्पिटल लालगंज में एक प्रसूता का आपरेशन किया गया। जिसके उपरान्त उसकी मृत्यु हो गयी। दोनों अस्पताल के संचालकों ने पैसे के बल पर स्थानीय नेताओं को प्रभाव में लेकर बिना वैधानिक कार्यवाही के प्रकरण समाप्त करा दिया गया।
इस मामले में सबसे बड़ी बात यह उल्लेखनीय है कि उपरोक्त दोनों हास्पिटल न तो मुख्य चिकित्साधिकरी के यहां पंजीकृत हैं और न ही उनके पास वैध डिग्री है। फूलपुर सरकारी अस्पताल के सामने एक-दूसरे कमरे में आपरेशन थियेटर चल रहा है। छोलाछाप डाक्टर प्रतिदिन भ्रूण हत्या जैसा जघन्य अपराध कर रहे हैं। श्री मिश्र ने उपमुख्यमंत्री से मांग किया कि इन मामलों की किसी सक्षम अधिकारी से जांच कराकर सख्त से कार्रवाई की जाय।
इसी क्रम में श्री मिश्र ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आजमगढ़ के कार्यालय में विभागीय सांठगांठ करके 65 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति ब्लैक लिस्टेड फर्म के माध्यम से कराये जाने के मामले से उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को अवगत कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि सारी नियुक्ति नियम विरूद्ध, धन के बल पर करायी गयी। न तो सेवायोजन कार्यालय से नाम लिया गया, न ही कोई साक्षात्कार कराया गया, केन्द्रीय विद्यालय रोड से प्राइवेट वाहनों में व्यक्तियों को बैठाकर लखनऊ पहुँचाया गया और नौकरी प्रदान कर दी गयी। यह एक गंभीर विषय है। इस मामले में न तो शासनादेश का और न ही आरक्षण के नियमों का पालन किया गया। जनपद के एक स्वास्थ्य विभाग के बाबू एवं एक रिटायर्ड कर्मी करोड़ों रुपया लेकर नौकरी बाँट दिए, जिसमें अधिकांश कर्मचारी यादव एवं भूमिहार जाति के है। भाजपा नेता रमाकान्त मिश्र ने उपमुख्यमंत्री से मांग किया कि उपरोक्त दोनों मामले में शासन स्तर से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय।