देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। कोन विकास खंड क्षेत्र में हर घर नल जल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। कई ग्राम पंचायतों में नल कनेक्शन का कार्य भी अभी अधूरा पड़ा है। इस योजना के तहत शुद्ध पेयजल न मिलने से ग्रामीण मजबूरी में दूषित पानी का सेवन कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं। इस व्यवस्था से क्षुब्ध ग्रामीणों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने बताया कि भारी भरकम सरकारी बजट खर्च कर कोन विकास खंड के ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पाइप लाइन को बिछा दिया गया है, लेकिन इस योजना के तहत उन्हें आज तक एक भी बूंद पानी नसीब नहीं हो सका है। आरोप है कि संबंधित ठेकेदार द्वारा अधूरा कार्य कराकर कागजों पर उसे पूरा दिखाया जा रहा है। कोन क्षेत्र के मिश्री के ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पानी की आपूर्ति बंद है। कचनरवा, असनाबांध, मधुरी, रोहिनवादामर, शिकारीखोली बड़ाप बागेसोती आदि गांवों में यह योजना फ्लाप साबित हो रही है। पेयजल कील्लत से जूझ रहे ग्रामीणों ने वरिष्ठ समाजसेवी जोखन प्रसाद यादव की अगुवाई में ग्राम पंचायत बागेसोती के टोला सिंगा में प्रदर्शन किया। समाजसेवी जोखन प्रसाद यादव व बिहारी प्रसाद यादव ने कहा कि क्षेत्र में आज भी लोग नदी नाले का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। ग्राम पंचायत कचनरवा का रोहिनवादामर व कुड़वा के पानी में फ्लोरोसिस की मात्रा अत्यधिक है। वहीं, कचनरवा के बड़ाप, बागेसोती के सिंगा कुड़वा के धौरवादाम, शिवाखाडी, डीलवाहा सहित कई जगहों पर आज तक लोगों को नल कनेक्शन नहीं मिल सका है। कहा कि जहां कनेक्शन है, वहां भी महीनों से पानी आपूर्ति बंद है। जिला पंचायत सदस्य छविन्द्र नाथ चेरो ने बताया कि क्षेत्र में अभी तक नल कनेक्शन का कार्य पूरा नहीं हो सका है। दूषित पानी का सेवन कर क्षेत्र के लोग विकलांगता के शिकार हो रहे हैं। ग्रामीण जोखन प्रसाद यादव, विश्वनाथ उरांव, लल्लन, हुलास उरांव आदि ने जिलाधिकारी से इस पर हस्तक्षेप की मांग किया है।