देवल संवाददाता, मऊ, देवल संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष व वह भाजपा के सक्रिय युवा नेता शक्ति सिंह द्वारा मऊ के एक सिनेमा हॉल में रिलीज हुई पिक्चर द बंगाल फाइल्स के फ्री शो आयोजित किया गया। शक्ति सिंह जी ने इस प्रयोजन के बारे में बताते हुए कहा कि मऊ के हमारे हज़ारों साथियों ने पश्चिम बंगाल की एक ऐसी सच्चाई देखी जो आपको डरा देगी रुला देगी और अंदर तक झकझोर देगी। ये वही सच्चाई है जिसे दिखाने की हिम्मत दशकों तक किसी ने नहीं की। द बंगाल फाइल महज़ एक फिल्म नहीं है ये इतिहास का वो दर्दनाक पन्ना है जिसे छुपाया गया।
1946 का वो दौर जब हजारों लाखों हिंदुओं का कत्लेआम हुआ बहनो बेटियों की इज़्ज़त लूटी गई निर्दोषों को सिर्फ़ धर्म के नाम पर मौत के घाट उतार दिया गया।
और सबसे डरावनी सच्चाई ये है कि 1946 का बंगाल और 2025 का बंगाल ज्यादा अलग नहीं दिखता ।
आज भी बंगाल के हिंदुओं को डराकर चुप कराया जाता है।
आज भी लोकतंत्र की जगह तानाशाही थोपने की कोशिश की जाती है।
सोचिए ये भारत है या इस्लामिक स्टेट? लोकतंत्र की दुहाई देने वाले लोग आज इस तानाशाही पर खामोश रहते है।
एक फ़िल्म जो वहाँ के इतिहास और सच्चाई से वर्तमान को परिचित करती है वह हमारे अपने भारत के पश्चिम बंगाल में रोकी जाती है।
क्यों? क्या सच से इतना डर है?
मैं बंगाल से जुड़ा रहा हूँ वहाँ युवा मोर्चा का प्रभारी भी हूँ। मैंने वहाँ के हिंदुओं का दर्द करीब से देखा है
आज ज़रूरत है कि हम सब मिलकर इस अन्याय का जवाब दें। शक्ति सिंह जी ने सभी से आवाहन करते हुए कहा कि इस फिल्म को जरूर देखें और सोचें कौन जिम्मेदार है वहाँ के हिंदुओं की हालत के लिए?
ये फिल्म आपको सिर्फ़ सिनेमा नहीं दिखाएगी बल्कि आपके भीतर सवाल खड़ा करेगी।और उस सवाल का जवाब हमें हम सबको लोकतांत्रिक तरीके से देना है ममता बनर्जी जैसी सरकारों को बताना होगा कि भारत में हिंदुओं की आवाज़ दबाई नहीं जा सकती। इस मौके पर संचालित किए गए सभी हाउसफुल रहे और लोगों ने बाहर आकर फिल्म की सराहना करते हुए, शक्ति सिंह जी द्वारा उठाए गए इस कदम की भी सराहना की।