देवल संवाददाता, मऊ। आयुष मंत्रालय,नई दिल्ली के निर्देशानुसार इस वर्ष की थीम "आयुर्वेद जन जन के लिए, पृथ्वी के कल्याण के लिए" (Ayuveda for people and planet) का चयन करते हुए आयोजन को अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए अभियान चलाकर दसवें आयुर्वेद दिवस को सफल बनाया जाना है।दसवां आयुर्वेद दिवस के सफल आयोजन के लिए क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी,मऊ डा० सत्येन्द्र कुमार साहू ने झण्डी दिखाकर रवाना किया,जो बाल निकेतन मोड़ से गाजीपुर तिराहा तक आयुर्वेद जागरूकता रैली निकाल कर जनमानस को जागरूक किया गया। जिसका उद्देश्य है कि आयुर्वेद को बढावा देना, स्वास्थ सेवा के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनाना।राष्ट्रीय स्वास्थ नीति में योगदान देने और राष्ट्रीय स्वास्थ कार्यकमों को आकार देने के लिए आयुर्वेद की क्षमता का अन्वेषण करना।रुग्णता कम करना-आयुर्वेद की क्षमता का उपयोग करके रुग्णता एवं मृत्यु दर को कम करना।समग्र स्वास्थ्य-मानव स्वास्थय के साथ-साथ पौधों,पशुओं और पर्यावरण के स्वास्थ्य और कल्याण के संरक्षण में आयुर्वेद की अनूठी शक्तियों और इसके समग्र सिद्धांतों पर ध्यान केन्द्रित करना।विश्वास बढाना-आयुर्वेद में विश्वास और विश्वसनीयता बढ़ाना और सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से आयुर्वेद के बारे में जागरूकता को बढावा देना।रोग से स्वास्थ्य आयुर्वेद के माध्यम से 'रोग से स्वास्थ्य की संस्कृति का विकसित करना।आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में सभी आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सालयों पर कैम्प लगाकर आयुर्वेद के प्रति लोगों को जागरूक करना। घरेलू नुस्खों के माध्यम से सामान्य चिकित्सा के प्रति लोगों को जागरूक करना। दिनांक 23 सितंबर 2025 को कलेक्ट्रेट परिसर में वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा,जिसमें चिकित्सा के साथ-साथ औषधि का नि:शुल्क वितरण किया जायेगा। साथ ही योग प्रशिक्षक द्वारा योग के माध्यम से निरोग रहने हेतु प्रेरित किया जायेगा।