इस अभ्यास का मकसद है दोनों देशों की सेनाओं को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों और बहु-क्षेत्रीय चुनौतियों के लिए तैयार करना।
भारतीय सेना की टुकड़ी में मद्रास रेजिमेंट की एक बटालियन शामिल है, जो अमेरिका की 11वीं एयरबोर्न डिवीजन के "बॉबकैट्स" (1st बटालियन, 5th इन्फैंट्री रेजिमेंट) के साथ मिलकर ट्रेनिंग लेगी। इस एक्सरसाइज में सैनिक न सिर्फ जंग की स्ट्रेटजी को परखेंगे, बल्कि एक-दूसरे के अनुभवों से भी सीखेंगे।