देवल संवादाता,वाराणसी। गंजारी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का 75 फीसदी से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो गया है। प्रशासन ने दिसंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अभी बिजली निगम ने अपने हिस्से का काम ही नहीं शुरू किया है। यहां बनने वाले बिजली उपकेंद्र का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद ही उस पर काम शुरू हो सकेगा। इससे पहले भी एक बार बिजली निगम प्रस्ताव भेज चुका है, उस पर शासन ने मंजूरी नहीं दी थी। उसी प्रस्ताव में संशोधन कर दोबारा भेजा गया है।
ये है पूरा मामला
करीब 450 करोड़ रुपये से 30.66 एकड़ क्षेत्रफल में तैयार हो रहे इस स्टेडियम में 18 से अधिक क्रिकेट विकेट तैयार किए जाएंगे। इनका काम सबसे अंत में होगा। अभी ड्रेसिंग रूम, मेडिकल रूम, फीजियोथेरेपी रूम, मीडिया सेंटर, कमेंटेटर बॉक्स, वीआईपी बॉक्स, वीवीआईपी बॉक्स, कॉरपोरेट बॉक्स, बीवीआईपी जोन, ब्रॉडकॉस्ट प्लेटफॉर्म, फूड कियोस्क और रिकॉर्डिंग बूथ बनाने का काम चल रहा है। इसमें भी सभी का 75 फीसदी से अधिक काम हो चुका है।
अफसरों ने कार्यदायी संस्था को दिसंबर तक स्टेडियम का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य दिया है। बिजली निगम को यहां उपकेंद्र बनाने और लाइन बिछाकर देने का काम पूरा करना है, जो अभी तक शुरू ही नहीं हो सका है। सितंबर में प्रस्ताव को मंजूरी मिलने और बजट जारी होने की उम्मीद है। ऐसे में बिजली निगम के पास सिर्फ तीन महीने का समय होगा और इतने ही समय में उपकेंद्र तैयार करना होगा। दरअसल अगले साल टी-20 विश्व कप की मेजबानी भारत और श्रीलंका संयुक्त रूप से कर रहा है।
क्या बोले अधिकारी
33 केवी का विद्युत उपकेंद्र बनाया जाएगा। इसकी 10 एमवीए की क्षमता होगी। पहले जो प्रस्ताव भेजा गया था, उसमें शासन के निर्देश पर संशोधन कर नया प्रस्ताव भेज दिया गया है।