कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 22 सितंबर 2025 को हो रही है। शारदीय नवरात्र 01 अक्तूबर तक चलेगा। हृषिकेश पंचांग के अनुसार आश्विन शुक्ल प्रतिपदा 22 सितंबर 2025 को कलश स्थापना प्रात: 06:00 बजे से सायं तक किया जा सकता है।
अभिजित मुहूर्त दिन में 11: 33 बजे से 12 : 23 बजे तक है। कलश स्थापना के लिए अमृत मुहूर्त प्रातः 06:00 बजे से प्रातः 08:00 बजे तक है। आश्विन शुक्ल पक्ष में चतुर्थी तिथि की वृद्धि से यह पक्ष 16 दिनों का है। इस बार 10 दिनों के नवरात्र में पूजा पंडालों में संधि पूजन 29 और 30 सितंबर को मध्यरात्रि के बाद किया जाएगा। नवरात्र में आश्विन शुक्ल चतुर्थी तिथि की वृद्धि है। महानवमी तिथि एक अक्तूबर को दिन में 02:37 बजे तक है।
शास्त्रों में कहा गया है कि 'महानवमी तु बलिदानव्यरित विषय में पूजोपोष्णा। दापष्टमी विद्धाग्राह्या महानवमी।' अर्थात, पूजा तथा उपवास में अष्टमी वित्थ नवमी ग्राह्य है। नवमी युक्त दशमी बलिदान के लिए प्रसस्त है। विदेशी सरजमी पर सनातन धर्म की धर्म ध्वजा फहरा रहे जनपद अंबेडकर नगर के खिद्दिरपुर (छोटू) के निवासी आचार्य राकेश पांडे ने बताया कि महाष्टमी व्रत का पारण 01 अक्तूबर 2025 को दिन में 02 : 37 बजे से पूर्व करना होगा। संपूर्ण नवरात्र व्रत का पारन 02 अक्तूबर को किया जाएगा। आश्विन शुक्ल दशमी तथा श्रवण नक्षत्र के संयोग से विजयादशमी पर्व 02 अक्तूबर को मनाया जाएगा। इसी दिन दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होगा।
समस्त सनातन धर्मावलंबियों को आचार्य राकेश पांडेय की तरफ से शारदीय नवरात्रि की ढेर सारी शुभकामनाएं।