देवल संवाददाता, मऊ। किसानों की अर्थव्यवस्था में मसाला फसलों की खेती का रकबा बढ़ाने से आय में अन्य फसलों की अपेक्षा कई गुना वृद्धि एवं मसाला में आत्मनिर्भरता लाई जा सकती है। इसी को जमीन पर उतारने हेतु "पर ब्लॉक वन क्राप"फसल के माध्यम से उद्यान विभाग द्वारा घोसी विकासखंड के ग्राम अकोल्ही मुबारकपुर में ब्लॉक घोसी में चयनित फसल प्याज के साथ-साथ लहसुन,हल्दी,अदरक के नवीन खेती पद्धतियों तथा खेती में सरकार द्वारा दिए जा रहे सुविधाओं की जानकारी हेतु किसानों की गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र,पिलखी की खाद्य प्रसंस्करण वैज्ञानिक डॉ आकांक्षा सिंह द्वारा प्याज और लहसुन के साथ-साथ अन्य मसाला फसलों के पेस्ट रूप में तथा प्रसंस्करण पदार्थ के रूप में काफी समय तक संरक्षित रखना एवं उसको बाजार अनुसार विक्रय करते हुए लाभ प्राप्त करने हेतु जानकारी दी गई। उनके द्वारा मसाला फसलों के पोषक गुणों एवं औषधि गुणों को भी विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त द्वारा बताया गया कि जनपद में बागवानी विकास मिशन योजना में प्याज एवं लहसुन की खेती का 45 हैकटेयर लक्ष्य प्राप्त हुआ है,जिसमें घोसी विकासखंड में क्लस्टर फार्म में किसानों का चयन करते हुए कार्यक्रम में निशुल्क बीज दिया जाएगा तथा प्याज भंडारण गृह औरमसाला फसलों से जुड़ी मसाला प्रसंस्करण,पैकबंद मसाला निर्माण के उद्योगों को भी इस वर्ष प्राथमिकता में रखा जाएगा।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर लाने हेतु कृषि आय में वृद्धि किया जाना है ।कार्यक्रम में योजना प्रभारी अरुण कुमार यादव एवं ब्लॉक प्रभारी सुनील कुमार द्वारा 28 इच्छुक कृषकों का चयन भी मौके पर किया गया तथा कार्यक्रम में भारी संख्या में किसानों द्वारा प्रतिभाग़ कर आवेदन और जानकारी प्राप्त किया गया।