देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी की अध्यक्षता में छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। इस दौरान माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा संस्थानों के प्राचार्य, प्रधानाचार्य, समाज कल्याण अधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह भदौरिया, पिछड़ा कल्याण अधिकारी एवं अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा को सीडीओ ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
सीडीओ ने कहा कि छात्रवृत्ति संबंधित एकीकृत समय सारणी बनायी गई है। वर्ष 2024-25 में शिक्षण संस्थान में जिन बच्चों को छात्रवृत्ति प्राप्त हुई है, उनका सूचना पोर्टल पर अपडेट करते हुए मास्टर डाटा को अपडेट किया जाना है। शिक्षण संस्थानों को संशोधित समय सारणी से अवगत कराते हुए बताया कि प्रथम चरण में समस्त शिक्षण संस्थानों को 31 अगस्त तक समस्त आवेदनों को रिसीव, रिजेक्ट अथवा वेरीफाई तथा अग्रसारित करना है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि शिक्षण संस्थानों को यह ध्यान में रखना है कि छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना अब सीएम डैशबोर्ड पर शामिल हो चुकी है, जिसका अर्थ यह है कि प्रत्येक माह कुल आवेदन के सापेक्ष शिक्षण संस्थाओं द्वारा रिजेक्ट अथवा अग्रसारित किए गए आवेदनों का प्रतिशत प्रदर्शित होता है और उसी के आधार पर जिले की ग्रेडिंग तय होती है। ग्रेडिंग प्रथम से कम होने की स्थिति में जिले के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और इसके लिए संबंधित शिक्षण संस्थान, जिला विद्यालय निरीक्षक, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी एवं सम्बंधित विभागीय अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इस तथ्य पर बल दिया गया कि वर्ष 2025-26 में छात्रवृत्ति पोर्टल में संशोधन हुए हैं एवं प्रत्येक बच्चें जो छात्रवृत्ति का आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें पहले वन टाइम रजिस्ट्रेशन करना होगा और उसके बाद ही वह आवेदन कर पाएंगे। इसके लिए समस्त शिक्षण संस्थानवार बच्चों के साथ भी एक कार्यशाला आयोजित करते हुए सम्पूर्ण तथ्यों से अवगत कराएं। जिसकी रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से प्राप्त करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया। साथ ही शिक्षण संस्थानों को निर्देशित किया गया कि किसी भी स्थिति में संस्थान आवेदनों को कार्यवाही के लिए लम्बित नहीं रखेंगे एवं ससमय बच्चों के आवेदन पर आप निर्णय लेंगे।