आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जौनपुर के पूर्व नगर संघ चालक स्व. सीताराम गुप्ता के कनिष्ठ पुत्र एवं बर्तन व्यवसायी ज्ञानेश्वर जी का असामयिक निधन हो गया। मुम्बई में उपचार के दौरान उनका निधन हुआ जिनका पार्थिव शरीर भोर में जौनपुर आया जिसके बाद राम घाट पर अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। मुखाग्नि उनके पुत्र शिव ने दिया। बता दें कि स्व. सीताराम गुप्त के 4 पुत्रों और 3 पुत्रियों में सबसे छोटे ज्ञानेश्वर जी का जन्म 1 जनवरी 1965 में हुआ था। बाल स्वयंसेवक और ओटीसी प्रथम वर्ष प्रशिक्षित थे। घोष में आनक के प्रमुख रहे।
सरस्वती शिशु मंदिर के प्रारंभ के प्रथम प्रवेशी व पुरातन छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे ज्ञानेश्वर जी बर्तन व्यापार कमेटी के सक्रिय सदस्य थे। साथ ही ऐतिहासिक पंडित रामलीला कमेटी के भरत मिलाप के संयोजक थे। जनपद के नवोदित और प्रतिष्ठित कलाकारों के बीच सर्वप्रिय, हितैषी ज्ञानेश्वर जी अपने मधुर मुस्कान से सभी को प्रभावित करते थे। सभी को यथोचित सम्मान देते थे। अनेक संस्थाओं को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से सहयोग करते थे। ज्ञानेश्वर जी अपने पीछे 4 पुत्री व 1 पुत्र सहित धर्मपत्नी डा. नेहा भार्गव को शोकाकुल छोड़ गये। वहीं सुरेन्द्र प्रताप सिंह पूर्व विधायक, श्याम मोहन अग्रवाल, डॉ शकुंतला यादव, डॉ विवेक श्रीवास्तव, डॉ रामसूरत मौर्य, संजय सेठ सहित तमाम लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया।