देवल संवाददाता, आजमगढ़ की सगड़ी तहसील के अंतर्गत बहने वाली घाघरा नदी लगातार सातवें दिन भी उफान पर हैं। घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके कारण आसपास के इलाकों में कटान भी तेज से शुरू हो गई है। घाघरा नदी में लगातार बढ़ रहे जलस्तर को ध्यान में रखते हुए जिले के डीएम रविंद्र कुमार एसपी हेमराज मीणा ने जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है चक्की हाजीपुर में आज 72.2 मीटर पानी पहुंच गया है। जॉकी डेंजर जोन 71.68 मीटर से अधिक है। ऐसे में 34 गांव में पानी आ गया है जिसके कारण लोगों को कोई समस्या ना हो। ऐसे में जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। पशुओं को किसी प्रकार की कोई बीमारी ना हो इसको लेकर लगातार वैक्सीनेशन भी कराया जा रहा है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित वाले इलाकों में एंटी रेबीज एंटी स्नेक के इंजेक्शन की भी व्यवस्था कराई गई है। पशुओं के चारे के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी को समस्या ना हो इसको लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। डीएम रविंद्र कुमार ने अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है
बनाई गई है 10 बाढ़ चौकिया
महुला गढ़वल बांध से जुड़े तीन गांवों बांका, मानिकपुर और शाहडीह के संपर्क मार्ग पर घाघरा नदी का पानी चढ़ना शुरू हो गया है। यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा, तो इन गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट सकता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए तत्काल राहत सामग्री, नाव, और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जाए। साथ ही, कटान रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि और अधिक कृषि भूमि नष्ट होने से बच सके। वहीं, जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए 10 बाढ़ चौकियां और 14 आश्रय स्थल स्थापित किए हैं, लेकिन अभी तक बाढ़ चौकियां सक्रिय नहीं हुई हैं। ग्रामीणों को नाव और पशुओं के लिए चारे की कमी का सामना करना पड़ रहा है। सहायक अभियंता शिवकुमार ने बताया कि महुला गढ़वल बांध पूरी तरह सुरक्षित है और बांध की देखरेख के लिए अवर अभियंता व सहायक अभियंता तैनात हैं।