शाही चार अंगुल की मस्जिद से उठा जुलूस, अकबर के इमामबाड़े पर हुआ समापन
आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर।दिनांक 21 अगस्त 2025 को जौनपुर शहर में 26 सफर का जुलूस परंपरागत अंदाज़ में निकाला गया। जुलूस की शुरुआत शाही चार अंगुल की मस्जिद से हुई, जिसमें हजारों की तादाद में अजादारों ने शिरकत की।
शोज़खानी और पेशखानी से हुई शुरुआत
जुलूस का आगाज़ शोज़खानी से हुआ, जिसे एहतेशाम एडवोकेट करापट्टी ने पढ़ा। इसके बाद पेशखानी का सिलसिला शुरू हुआ, जिसमें नातिक गाज़ीपुरी, हसन फतेहपुरी और आले रज़ा जौनपुरी ने अपने कलाम पेश किए।
मौलाना मुस्तबा हसन आब्दी ने याद दिलाई कर्बला की कुर्बानी
जुलूस के दौरान मजलिस-ए-आजा़ का आयोजन भी हुआ। इसमें मौलाना मुस्तबा हसन आब्दी ने कर्बला की जंग का तफ़सीली बयान किया और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व उनके साथियों की शहादत को याद कराया। उनकी तक़रीर से माहौल गमगीन हो उठा।
शहर व बाहरी अंजुमनों की शिरकत
जुलूस में शहर की तमाम अंजुमनों के अलावा बाहरी अंजुमन भी शामिल हुए। परवान-ए-शब्बीर समेत विभिन्न अंजुमनों ने नौहा-ख़्वानी और मातम कर कर्बला के शहीदों को खिराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
24 साल पुरानी परंपरा
बनिया जुलूस कमेटी के जिम्मेदारों ने बताया कि यह जुलूस पिछले 24 वर्षों से लगातार निकाला जा रहा है। हर साल की तरह इस बार भी जुलूस शाही चार अंगुल की मस्जिद से निकलकर अकबर के इमामबाड़े पर संपन्न हुआ।
आयोजन में इनका रहा योगदान
जुलूस को कामयाब बनाने में मोहम्मद सदीक आज़ाद, आज़ादर हुसैन, जमीर हुसैन सहित तमाम अंजुमनों और अजादारों का विशेष सहयोग रहा।
पूरा जुलूस शांतिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ और बड़ी तादाद में लोगों ने कर्बला के शहीदों को याद कर उन्हें खिराज-ए-अक़ीदत पेश किया
जुलूस के आयोजन कर्ता ने जुलूस में आए हुए पुलिस प्रशासन का भी आभार प्रकट किया और दो महीना मुसलसल पुलिस प्रशासन के सहयोग पर प्रशासन को सम्मानित भी किया