कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।अंबेडकर नगर के जहांगीरगंज विकास खंड अंतर्गत महरमपुर फुलवरिया में मनरेगा योजना के तहत एक बड़ा घोटाला सामने आया है। ग्राम सचिव और प्रधान ने मिलीभगत कर तालाब की खुदाई जेसीबी से करवाई और फर्जी तरीके से मजदूरों का मास्टर रोल बनाकर सरकारी पैसे का बंदरबांट किया।
*घोटाले का विवरण*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तालाब की खुदाई जेसीबी से रात में कराई गई थी। इसके बाद फर्जी मास्टर रोल बनाकर सरकारी पैसे का भुगतान किया गया। यह घोटाला तब सामने आया जब मीडिया ने इस मामले की पड़ताल की और पता चला कि खुदाई में कोई मजदूर नहीं लगा था।
*ग्राम सचिव का बयान*
जब ग्राम विकास अधिकारी रंजन मौर्य से इस मामले में पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि मनरेगा के पैसा से ही जिले के अधिकारीयों तथा ब्लॉक के भी अधिकारी को देना होता है सभी का परसेंटेज बना हुआ है इसीलिए यह सब चलता रहता है।
*कार्रवाई की मांग*
इस मामले में जांच अवश्य होना चाहिए जिससे मनरेगा की मजदूरों का पैसा मजदूर के खाते में पहुंचना चाहिए। फर्जी मास्टर रोल बनाकर गरीबों का हक खा जा रहे हैं उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए। मनरेगा योजना के तहत होने वाले घोटालों को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन को कड़े कदम उठाने होंगे।
*मनरेगा योजना के बारे में*
मनरेगा योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य कराए जाते हैं। मनरेगा योजना के तहत होने वाले घोटालों को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।
*निष्कर्ष*
मनरेगा घोटाला एक गंभीर मामला है और इसमें शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार और प्रशासन को मनरेगा योजना के तहत होने वाले घोटालों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे और सुनिश्चित करना होगा कि योजना का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे।