आमिर, देवल ब्यूरो चंदवक, जौनपुर। पूर्वांचल किसान संगठन के नेता अजीत सिंह बोड़सर स्थित आवास पर चौथे दिन भी पुलिस के साये में नजरबंद रहे। प्रधानमंत्री के वाराणसी में दो अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम के दृष्टिगत पुलिस कड़ी नजर रख रही है। उपनिरीक्षक के साथ आधा दर्जन से अधिक पुलिस बल 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। पुलिस उनकी हर गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही है। हर मिलने जुलने वालों पर उसकी नजर है। पूर्वांचल किसान संगठन के नेता अजीत सिंह नहर में पानी न आने, बिजली की अघोषित कटौती व राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के निर्माण से प्रभावित किसानों को अभी तक मुआवजा न मिलने की समस्या से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी में दो अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम में मिलकर अवगत कराने का एलान जिला मुख्यालय पर 25 जुलाई को आयोजित धरना प्रदर्शन में किया था। धरना प्रदर्शन इसलिए हुआ था कि नहर में पानी न आने व अघोषित बिजली कटौती के संदर्भ में 15 जुलाई को सिंचाई व बिजली विभाग के अधिशासी अभियंताओं को ज्ञापन देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
खुफिया इनपुट के बाद किसान नेता अजीत सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वाराणसी के कार्यक्रम में न मिल पाए इसके लिए जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। पुलिस लोकेशन ट्रेस करने के बाद 28 जुलाई को सुबह उनके आवास बोड़सर में नजरबंद किए हुए हैं। उपनिरीक्षक के नेतृत्व में आधा दर्जन से अधिक पुरूष व महिला कांस्टेबल चौबीसों घंटे तैनात हैं। नजरबंद होने की जानकारी होने पर जिला पंचायत सदस्य ऊषा किरन, उपेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह, किसान संगठन के लोगों सहित अन्य लोग मुलाकात की। पुलिस हर मिलने जुलने वालों पर कड़ी नजर रख रही है। किसान नेता अजीत सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि अनावश्यक रूप से पुलिस नजरबंद किए हुए हैं। बेटा आर्यन कक्षा 7 में वाराणसी में पढ़ता है उसकी पढ़ाई बाधित हो रही है। पुलिस पूरे परिवार को नजरबंद किए हुए हैं जो सर्वथा अनुचित है।