कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।वृक्षारोपण से बच सकता है जीवन,*एक पेड़ मां के नाम नहीं बल्कि हर व्यक्ति दो पेड़ माता और पिता के नाम लगाएं* क्यों कि जीवन में दोनों व्यक्तियों का उतना ही महत्व है जितना कि कोई एक का हो, वो चाहे मां हो या फिर पिता क्योंकि यदि माता धरती है तो पिता आसमान है, माता - पिता से ही चलता संसार है इतना ही नहीं माता - पिता ईश्वर के सबसे अनमोल उपहार भी माने जाते हैं।
वर्तमान वातावरण की स्थिति को देखते हुए जिस तरफ से मौसम में बिना समय का परिवर्तन हो रहा है ये काफी चिंता का विषय है , जलवायु का असमय परिवर्तित होना आने वाले समय में एक बड़ा बदलाव लाएगा जो हमें विनाश की ओर ले जा सकता है ,यदि हम इससे सचेत नहीं हुए तो हमारी आने वाली पीढ़ियां अनेक प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हो सकती है इसलिए जरूरी है हर व्यक्ति कम से कम 2 वृक्षों को जरूर लगाएं ।
आपको बताते चले कि नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के निवासी विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष तथा श्री कमला बाबा धाम ट्रस्ट के सचिव हैं जिन्होंने बताया की वृक्ष लगाने के अनगिनत फायदे हैं पर मुख्य रूप से आपको सिर्फ 7 मुख्य फायदे पता होना ही चाहिए - 1. वायु शोधन , 2.जलवायु परिवर्तन को कम करना ,3.मिट्टी का संरक्षण ,4.पानी का संरक्षण ,5.वन्य जीवों का आवास 6. स्वास्थ्य लाभ ,7. आर्थिक लाभ । पेड़ हवा को शुद्ध करते हैं और हमे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराते और हमारा जीवन सुखमय चलता रहता है ।
बसखारी प्रखण्ड अध्यक्ष वीरेन्द्र जी महराज ने बताया की हम अपने जन्मदिन के विशेष मौके पर हर वर्ष लगभग 100 पेड़ लगाने का संकल्प लिए और हमने इस वर्ष 121 वृक्ष को लगाया जिसमें फलदार वृक्ष के साथ - साथ छायादार तथा पीपल और पाकड़ तथा अधिक संख्या में आम एवं सागवान ,नीम के वृक्ष को लगाया है , इस वर्ष हमारा प्रयास ये रहा कि अधिक से अधिक पौधे अलग अलग घरों के सामने लगे जिससे उसकी देख - रेख घर मालिक के जिम्मे हो पाए और सभी पौधे सुरक्षित रहे और बड़े होने के बाद वो हमें सुरक्षित कर पाएं ,हम आशा करते हैं कि आप सब भी अपने जीवन को तथा आने वाली पीढ़ियों के रोग रहित बनाने के लिए उन्हें स्वस्थ रखने के लिए अपने किसी विशेष अनुष्ठान के दौरान कुछ फिजूल खर्च करने से बेहतर है कि दो वृक्ष माता - पिता के नाम जरूर लगाएं । इस वर्ष नगर पंचायत के रसूलपुर दरगाह क्षेत्र में पिछले वर्ष से अधिक लोगों ने मिलकर वृक्षारोपण का कार्य किया जिनमें से राकेश जी , पप्पू जी ,इंद्रेश जी , शुभम निषाद जी दीपक निषाद जी, सुनील निषाद जी, मयंक निषाद ,मोहित निषाद ,विशाल निषाद ,कृष्ण निषाद , दुर्गा प्रसाद ,मनीष , धीरज ,नीरज , आकाश आदि लोगों ने मिलकर गांव के एक - एक घर को पर्यावरण को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया ।