भारतीय टीम हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड के सामने कमजोर साबित हुई थी। मेजबान टीम ने हर तरह से भारत पर दबदबा बनाया था। इंग्लैंड के फैंस इससे काफी खुश दिखे थे और टीम की फैन आर्मी- बार्मी आर्मी तो कुछ ज्यादा आगे निकल गई। उसने भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का मजाक उड़ाया है।
भारत ने दूसरे दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 359 रनों के साथ की थी। पहले सेशन के शुरुआती एक घंटे में तो भारत ने अच्छा खेल दिखाया, लेकिन फिर इंग्लैंड ने वापसी की। नतीजा ये रहा कि दूसरे सेशन में टीम इंडिया 471 रनों पर सिमट गई। इंग्लैंड के बल्लेबाज ने भी अच्छा खेल दिखाया और दूसरे दिन का अंत तीन विकेट के नुकसान पर 209 रनों के साथ किया।
इसलिए उड़ाया मजाक
इंग्लैंड के बल्लेबाजों को भारतीय फील्डरों का साथ भी मिला। भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों के कई कैच छोड़े। इसमें रवींद्र जडेजा भी शामिल थे। जडेजा ने सातवें ओवर में बेन डकेट का कैच छोड़ा। इसी को लेकर बार्मी आर्मी ने उनका मजाक उड़ाया है। बार्मी आर्मी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "रवींद्र जडेजा विश्व के बेस्ट फील्डर हैं? हममम।"
जडेजा को दुनिया के बेहतरीन फील्डरों में गिना जाता है। उनके हाथ से कैच छूटना बहुत ही मुश्किल है। ये जडेजा के द्वारा तय किए गए पैमाने ही हैं कि अगर वह काफी मैचों के बाद एक कैच छोड़ दें तो लोगों को यकीन नहीं होता। जडेजा से पहले डकेट का कैच यशस्वी जायसवाल ने भी छोड़ा था। डकेट ने इसका फायदा उठाया और अर्धशतक जमाया। उन्होंने 94 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से 62 रनों की पारी खेली।
सुनील गावस्कर भी हुए गुस्सा
दूसरे दिन भारत की फील्डिंग को देखते हुए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी काफी नाराज दिखे थे। उन्होंने टीम की फील्डिंग पर जमकर गुस्सा निकाला है। गावस्कर ने मैच कै बाद ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा कि फील्डिंग कोच टी दिलीप को खिलाड़ियों को किसी तरह का मेडल नहीं देना चाहिए। टीम इंडिया में प्रथा है कि हर मैच के दिन के बाद अच्छी फील्डिंग करने वाले खिलाड़ी को मेडल दिया जाता है। गावस्कर ने कहा कि यशस्वी और जडेजा जैसे खिलाड़ियों को कैच छोड़ते देखना अच्छा नहीं लगता क्योंकि दोनों ही अच्छे फील्डर हैं।