देवल संवादाता,वाराणसी।सावन के पहले सोमवार को बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए यादव समाज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। पिछले साल की तरह ही इस बार भी यादव बंधुओं को ललिता घाट की जगह मणिकर्णिका घाट से ही जलाभिषेक के लिए जल उठाना होगा। 14 जुलाई को होने वाले जलाभिषेक में इस बार 125 यादव बंधुओं को ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति मिलेगी।
श्रावण मास के पहले सोमवार को यादव बंधु 1932 से चली आ रही बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की परंपरा का निर्वहन करेंगे। यह पहला मौका होगा जब देश भर के 50 हजार यादव बंधु एक साथ जल भरकर बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए निकलेंगे।
चंद्रवंशी गोप समिति के अध्यक्ष लालजी यादव ने बताया कि जलाभिषेक की यात्रा परंपरागत मार्गों से निकलेगी। सुबह आठ बजे केदारघाट से कलश यात्रा आरंभ होगी। गौरी केदारेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद तिलभांडेश्वर महादेव, बड़ी शीतला मंदिर, अहिलेश्वर महादेव के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर तक यात्रा जाएगी।
बैठक में लिए गए निर्णय
बाबा का जलाभिषेक करने के बाद महामृत्युंजय महादेव, त्रिलोचन महादेव, ओंकालेश्वर महादेव और बाबा लाटभैरव के दर्शन के साथ यात्रा पूर्ण होगी। इस बार बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में 125 लोगों के प्रवेश की ही अनुमति होगी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जलाभिषेक यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है।
इस बार यादव समाज के लोग मणिकर्णिका घाट से जल उठाएंगे। ललिता घाट पर निर्माण कार्य चलने के कारण वहां से जल उठाना संभव नहीं है। इसलिए हम लोगों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मणिकर्णिका घाट से जल उठाने का निर्णय लिया गया है।
मंदिर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ यादव समाज की बैठक भी हो चुकी है। यादव समाज ने यात्रा के रूट और जलाभिषेक के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। मंदिर प्रशासन की ओर से जलाभिषेक के लिए हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया गया है।