देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। जिला मुख्यालय के प्रमुख शहर सोनभद्र नगर समेत ग्रामीण इलाकों में चाय-पान की दुकानों की तर्ज पर प्राइवेट क्लिनिक, अस्पताल व पैथोलाजी सेंटर संचालित हो रहे हैं। बगैर पंजीकृत मानकों की अनदेखी कर खुले इन अस्पतालों व क्लिनिकों में अप्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी बेखौफ होकर मरीजों का दवा इलाज करने के साथ ही आपरेशन तक कर रहे हैं। गलत इलाज व आपरेशन से आएदिन कही न कहीं मरीजों की मौत हो रही है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागजी घोड़ा दौड़ा रहे हैं। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि सोनभद्र नगर सहित ग्रामीण अंचलों में बगैर पंजीकृत दर्जनों की संख्या में अवैध रूप से प्राइवेट अस्पताल, क्लिनिक व पैथोलाजी सेंटरों का संचालन हो रहा है। सोनभद्र नगर में कई ऐसे अस्पताल हैं, जहां न तो मरीजों को भर्ती करने के लिए वार्ड की व्यवस्था है और न ही प्रशिक्षित चिकित्सकों की तैनाती की गई है। महज एक या दो कमरों में अस्पताल चल रहे है। नगर के धर्मशाला चौक, घोरावल रोड, शीतला मंदिर रोड़ समेत सीएमओ कार्यालय के आस-पास दर्जनों की संख्या में अवैध रूप से अस्पताल, क्लिनिक व पैथोलाजी सेंटर चल रहे है। इसी तरह नगर के रेलवे क्रासिंग के समीप घुवास रोड़, अमोखर चट्टी, तेंदु पुल, सोनवार रोड़, नई बाजार, चतरा बाजार, रामगढ़ बाजार, वैनी बाजार व खलियारी में अवैध रूप से अस्पतालों का संचालन हो रहा है। इस अस्पतालों के अप्रशिक्षित चिकित्सक मरीजों का दवा-इलाज करने के साथ ही आपरेशन तक कर रहे है। उधर इस बावत सीएमओ डा. अश्वनी कुमार से संपर्क कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन वे मौजूद नहीं मिले। लिहाजा उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।