देवल संवाददाता,आजमगढ़। जनपद के जीआईसी जमुड़ी में सोमवार को छह अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में लिपिक पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया गुपचुप तरीके से संपन्न हुई। इस प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) उपेंद्र कुमार और जीआईसी जमुड़ी के प्रभारी अंगद मौर्य ने रविवार तक ऐसी किसी प्रक्रिया की जानकारी होने से इनकार किया था।सूत्रों के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया लंबे समय से गोपनीय ढंग से चल रही थी। 13 मई को आईटीआई परिसर में टंकर की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन इसकी जानकारी डीआईओएस कार्यालय के कर्मचारियों तक को नहीं थी। सोमवार सुबह जीआईसी जमुड़ी में सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार, जिला सेवायोजन अधिकारी राममूर्ति, और अन्य साक्षात्कार टीम के सदस्यों के साथ कई अभ्यर्थी और उनके शुभचिंतक मौजूद पाए गए।
जानकारों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया की वैधता संदेह के घेरे में है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पेट परीक्षा की वैधता 28 जनवरी 2025 को समाप्त हो चुकी थी। इसके बाद 28 अप्रैल 2025 को नया शासनादेश जारी कर पेट की समयसीमा को तीन साल तक बढ़ाया गया। यदि विज्ञापन की तारीख 28 जनवरी से 28 अप्रैल के बीच की है, तो भर्ती प्रक्रिया नियमों के उल्लंघन में हो सकती है।
जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार ने कहा, “हम इस भर्ती प्रक्रिया के बारे में कुछ नहीं बता सकते। ऊपर से जो निर्देश मिलते हैं, उस पर हस्ताक्षर कर देते हैं।” संयुक्त शिक्षा निदेशक दिनेश सिंह ने भी प्रक्रिया की जानकारी न होने की बात कही। वहीं, साक्षात्कार टीम के सदस्य और आईटीआई प्रधानाचार्य अरुण कुमार ने बताया कि छह विद्यालयों के लिए 18 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया गया।
जनचर्चाओं के अनुसार, गांधी इंटर कॉलेज किशुनदासपुर, श्री नरोत्तम ब्रह्म इंटर कॉलेज सुंदरपुर, पीरपुर सार्वजनिक इंटर कॉलेज मित्तूपुर, मथुरा इंटर कॉलेज नहरपुर, श्री मारुति इंटर कॉलेज एदिलपुर, और श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज बरदह में लिपिक भर्ती की प्रक्रिया गुपचुप तरीके से की गई। हालांकि, इन विद्यालयों के लिए साक्षात्कार की पुष्टि नहीं हुई है।