पुण्य तिथि पर याद किए गए बाबू बालेश्वर लाल
देवल संवाददाता, आजमगढ़। उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक स्वर्गीय बाबू बालेश्वर लाल जी की 38वी पुण्यतिथि मंगलवार को तमसा प्रेस क्लब में मनाई गयी । पत्रकारों ने बालेश्वर लाल के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष बृज भूषण उपाध्याय ने ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के कार्य एवं उसके उद्देश्य से पत्रकारों को परिचित कराते हुए कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक स्वर्गीय बाबू बालेश्वर लाल की सोच थी कि गांव में रहने वाले ग्रामीण जो शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने एवं जनता की समस्याओं को शासन तक पहुंचाने का कार्य करते हैं । उन्हें एक सूत्र में बांधकर उनकी समस्याओं को भी शासन तक पहुँचाया जाय। उन्होंने ने कहा उनके विचारों से प्रेरणा लेकर हमें संगठन को मजबूत करने की जरूरत है।
मनोज ओझा ने कहा कि बालेश्वर लाल हमेशा ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े पत्रकारों को एक जुट कर समाज और शासन प्रशासन के बीच एक नई पहचान दिलाई। वे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनका विचार आज भी जिंदा है। अशोक सिंह, अच्युतानंद त्रिपाठी, सिद्धेश्वर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गांव में तमाम समस्याओं को शासन प्रशासन तक पहुंचाने में सेतु का काम ग्रामीण पत्रकार करते हैं। कार्यक्रम में पत्रकारिता क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों को बावू बालेश्वर लाल सम्मान से सम्मानित किया गया।वहीं पर सदर तहसील अध्यक्ष देवेंद्र मिश्र ने अपनी तहसील इकाई की तरफ से जिलाध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय व संचालन कृष्ण मोहन उपाध्याय ने किया।
कार्यक्रम में संतोष कुमार यादव, शमशाद अहमद,रविन्द्र कुमार मिश्र, अजय मिश्रा, अशोक विश्वकर्मा ,इंद्रेश सिंह, संतोष मिश्रा ,अजय कुमार,सिद्धेश्वर पाण्डेय ,आशुतोष मिश्रा, चंद्रिका प्रताप यादव,तारकेश्वर मिश्रा ओमकार मिश्रा, सती राम, नायक यादव, देवेंद्र मिश्रा आशीत कुमार, हीरालाल शर्मा ,रूपेश, चंद्र तिवारी, सुमित उपाध्याय ,संvतोष चौबे, अखिलेश कुमार चौबे, शशिकांत पांडे ,मनोज कुमार सिंह, शैलेंद्र यादव, वीरेंद्र सिंह, अरविंद कुमार पांडे ,अजय राय, राजबली निषाद सहित जनपद के समस्त तहसीलों के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे।