देवल संवाददाता,आजमगढ़। हत्या और रंगदारी के मामले में लंबे समय से फरार 25 हजार के इनामी बदमाश सुजीत सिंह उर्फ भकोले ने गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। यह घटना पुलिस के लिए उस समय हैरानी भरी रही, जब चार दिन पहले ही एसएसपी हेमराज मीणा ने सुजीत की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 27 मार्च 2025 को कोतवाली थाने में एक पीड़िता ने तहरीर दी थी, जिसमें सुजीत सिंह उर्फ भकोले, प्रदीप सिंह और अजीत सिंह पर 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगने और उसकी बेटियों को उठा ले जाने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था। पीड़िता के अनुसार, रविवार रात 12 बजे ये लोग तमंचा लेकर उसके घर पहुंचे, जबरन दरवाजा खुलवाया और तमंचा दिखाकर रंगदारी मांगी। बच्चों के शोर मचाने पर पड़ोसियों की आवाज सुनकर आरोपी गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। इस आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की थी।
विवेचना के दौरान, 3 अप्रैल 2025 को न्यायालय ने सुजीत सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी। सोमवार को एसएसपी ने सुजीत की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। लेकिन पुलिस की बढ़ती घेराबंदी को भांपते हुए सुजीत ने गुरुवार को सीजेएम सत्यवीर सिंह की अदालत में सरेंडर कर दिया।
पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है, और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। सुजीत के सरेंडर ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि वह लंबे समय तक फरार रहने के बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।