बैठक में डीएम ने शिक्षा विभाग, बाल विकास विभाग एवं पंचायती राज विभागों को निर्देश दिया कि वह टीएएस सर्वे में सक्रिय रूप से स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करना सुनिश्चित करें। सर्वे में लगाई गई टीमों के सदस्यों जैसे प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ, एएनएम, स्टाफ नर्स, एचएस, बीएच डब्ल्यू एवं मेडिकल ऑफिसर का प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी जौनपुर के सभागार में 6 एवं 7 मई 2025 को कुल 3 बैच में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण डब्ल्यूएचओ के रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ मंजीत सिंह चौधरी द्वारा दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लक्ष्मी सिंह ने प्रशिक्षार्थियों को कार्यक्रम की सफलता के विषय में आवश्यक दिशा निर्देश दिया। प्रशिक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीसी पंत एवं जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव ने प्रशिक्षार्थियों को आवश्यक जानकारी एवं प्रोटोकॉल के विषय में बताया।
जिला मलेरिया अधिकारी ने प्रशिक्षण के दौरान निर्देश दिया कि जिस ग्राम, वार्ड में टीएएस सर्वे किया जाना है वहां कार्यक्रम के पूर्व आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों द्वारा लोगों को जानकारी दे दी जाए, जिससे सर्वे टीम के जाने पर बच्चे उपलब्ध हो एवं जांच का कार्य सुगमता पूर्ण ढंग से किया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने निर्देश दिया कि समुदाय आधारित कार्यक्रम होने के कारण स्थानीय स्तर पर पंचायती राज संस्था के सदस्यों, प्रभावशाली एवं गणमान्य व्यक्तियों को कार्यक्रम के पूर्व बताएं एवं उनका सहयोग प्राप्त करें, जिससे कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आम जनमानस से अपील किया है कि अपने 06 एवं 07 वर्ष के बच्चों की फाइलेरिया जांच अवश्य कराएं जिससे कि उनके अंदर फाइलेरिया संक्रमण का पता लगाकर समय पर उनका उपचार किया जा सके एवं उन्हे बीमारी से बचाया जा सके। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एनके सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव कुमार, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी श्रीमती कंचन गुप्ता एवं मलेरिया, फाइलेरिया के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।