देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन की एक आवश्यक बैठक स्थानीय एक होटल में आयोजित की गई जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सोनभद्र की चिकित्सा व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है जिले में जिला चिकित्सालय से लेकर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वयं वेंटिलेटर पर है। एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एवं स्वास्थ्य संबंधित जांच का आलम यह है की मरीज सिर्फ इधर से उधर भटक रहा है उसे समुचित समाधान नहीं मिल पा रहा है। कुकुरमुत्ते की तरह फैले ट्रामा सेंटर के नाम से चलाए जा रहे हैं प्राइवेट अस्पताल मरीज का शोषण करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं इसके बारे में पूर्व में भी कई समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित हो चुके हैं परंतु इनकी कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं है जो आम जनता के लिए कोढ में खाज की तरह काम कर रहे हैं संगठन की जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने कहा कि नगर की आबादी लगभग दो लाख से ऊपर होने के बावजूद पिछले एक दशक से सिटी अस्पताल की मांग की जा रही है परंतु आज तक सिटी अस्पताल संचालित नहीं किया जा सका जबकि उपरोक्त के संदर्भ में क्रमशः दिनांक 28 जुलाई 2024 एवं 22 फरवरी 2025 को प्रभारी मंत्री को मांग पत्र के माध्यम से ज्ञापन देकर अवगत कराया जा चुका है प्रभारी मंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों को आदेशित भी किया जा चुका है परंतु फिर भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका जिला महामंत्री प्रितपाल सिंह एवं वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष धर्मराज सिंह ने कहा कि जनपद सोनभद्र में कुल 1429 गांव हैं और एकमात्र जिला अस्पताल पर इलाज के लिए निर्भर है संसाधनों के अभाव में जिले के सबसे बड़े अस्पताल से हर दिन दर्जनों गंभीर मरीजों को निजी अस्पताल या वाराणसी स्थानांतरित कर दिया जाता है इस संबंध में यह भी मांग की जा चुकी है कि यदि मरीज को रेफर किया जाए तो रेफर सीट पर कारण अंकित किया जाए यह भी नहीं किया गया । नगर अध्यक्ष प्रशांत जैन एवं महामंत्री जसकीरत सिंह ने कहा कि रात में महिलाओं, बुजुर्गों ,एवं बच्चों को संसाधन के अभाव में जिला अस्पताल ले जाने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है जब इस संबंध में सक्षम अधिकारियों से बात की जाती है तो आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत हेल्थ एवं वेल्नेस सेंटर, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं नगरी हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर न्यू कॉलोनी में जो किराए के मकान में संचालित किया जा रहा है इसका हवाला दिया जाता है जो स्थानीय जनता के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल जिला कोषाध्यक्ष शरद जायसवाल ने कहा कि जब नगर के बीचो-बीच पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन उपलब्ध है इसके बावजूद किराए के मकान में वैलनेस सेंटर क्यों चलाया जा रहा है जिला उपाध्यक्ष टीपू अली दीप सिंह पटेल एवं नगर संयोजक अमित अग्रवाल ने कहा कि कि सरकार स्वास्थ्य संबंधित तमाम योजनाएं इस उद्देश्य से संचालित कर रही हैं की समाज का अंतिम व्यक्ति उसे लाभान्वित हो सके परंतु उसका लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा है ।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि जायसवाल एवं नागेंद्र मोदनवाल ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि ने कहा कि एचआईवी संक्रमितों की संख्या जिले में लगातार बढ़ रही है फिलहाल जिले में 1368 एचआईवी संक्रमित मरीज पंजीकृत है जिसमें 665 पुरुष और 536 महिलाएं हैं इनके अलावा 68 बच्चे भी हैं जिनसे संक्रमण अपने माता-पिता से मिला है यदि इस तरह संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती रही तो जिले में भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।बैठक में मुख्य रूप से जिला महामंत्री प्रितपाल सिंह नगर अध्यक्ष प्रशांत जैन जिला कोषाध्यक्ष शरद जायसवाल जिला उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल, राजू जायसवाल ,रवि जायसवाल प्रदीप जायसवाल, विनोद कुमार जायसवाल, कृष्णा सोनी, दीप सिंह पटेल, टीपू अली, नागेंद्र मोदनवाल, दिनेश कुमार सिंह, यशपाल सिंह चंदेल, विनोद कुमार जायसवाल, नगर महामंत्री जसकीरत सिंह नगर कोषाध्यक्ष सिद्धार्थ सांवरिया आईटी सेल प्रभारी सूर्या जायसवाल, प्रतीक केसरी ,शिवम केसरी, गुरप्रीत सिंह सोखी, पंकज कनोडिया, प्रमोद कुमार गुप्ता, अभिषेक साहू, अभिषेक सोनी, मुकेश सोनी , दीपक सोनी आदि लोगों उपस्थित रहे।