देवल संवाददाता, आजमगढ़।बनारस से सटे जिलों की सड़क कनेक्टिविटी बेहतर करने का प्रयास हो रहा है, इससे शहर से जुड़े हाईवे पर वाहनों का लोड कम किया जा सकेगा। हर दिन बनारस से प्रयागराज, अयोध्या, आजमगढ़ व गोरखपुर जाने के लिए नेशनल हाईवे पर वाहनों का लोड बढ़ रहा है।
एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) कई और वैकल्पिक रास्ते बेहतर करने में जुटा है। आजमगढ़ से जौनपुर होते हुए प्रयागराज तक चार नया बाइपास बनाने की कार्ययोजना स्वीकृत हुई है, इससे पांच नेशनल हाईवे को जोड़ा जा सकेगा।
प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल की तरफ से करीब 40 किलोमीटर ग्रीनफील्ड फोरलेन प्रोजेक्ट के लिए करीब 1800 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ है, इसमें आठ सौ करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण पर खर्च होगा। इस प्रकरण में छह माह पहले भेजा गया प्रस्ताव पूरी तरह से बदल दिया गया है।
बाइपास निर्माण के लिए नए स्थान चिह्नित हुए हैं। मई तक काम शुरू होने की उम्मीद है। मंत्रालय स्तर पर एलाइनमेंट को अंतिम रूप देने का प्रयास हो रहा है। परियोजना पूर्ण होते ही कानपुर, बुंदेलखंड और प्रयागराज से जौनपुर, शाहगंज, अंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, दोहरीघाट, गोरखपुर और बलिया समेत बिहार के जिलों में आवागमन के लिए वाहनों को शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी, हाईवे पर वह जाम मुक्त सफर करेंगे।
परियोजना से एनएच 319 डी (मुंगराबादशाहपुर-प्रयागराज), एनएच-731 (सुलतानपुर-वाराणसी), एनएच 128 ए (मुहम्मदपुर से जौनपुर), एनएच 128 सी (आजमगढ़ से दोहरीघाट) और एनएच-135 ए (जौनपुर-अयोध्या) को आपस में जोड़ा जाएगा, आजमगढ़ के आगे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को भी कनेक्ट करेंगे।
यहां बनाए जाएंगे नए बाइपास
12.25 किलोमीटर जौनपुर बाइपास
8.15 किलोमीटर करौली से मुहम्मदपुर
15.5 किलोमीटर आजमगढ़
4.2 किलोमीटर मुंगराबादशाहपुर, टेंडर अवार्ड