कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने के पश्चात विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदानकर उन्हें उनके इच्छुक रोजगार की स्थापना प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें उसे क्षेत्र में दक्ष बनाया जाता है फिर बैंक से आसानी से लोन उपलब्ध कराकर उन्हें उनके स्वरोजगार की स्थापना में सहायता प्रदान की जाती है। जनपद में समूह की दीदियों द्वारा दृढ़ संकल्पित होकर कड़ी मेहनत से कार्य किया जा रहा है और इसमें आजीविका मिशन का सहयोग परिवर्तनकारी परिणाम ला रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं सशक्त हो रही हैं और उनके आय सृजन में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है।
ऐसी ही सीता आजीविका स्वयं सहायता समूह विकासखंड अकबरपुर की दीदी श्रीमती सुमन सिंह द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से विभिन्न प्रकार के अचार उत्पादन यथा–भरवा मिर्चा, आम आचार, मिर्चा का आचार आदि का कार्य करते हुए प्रतिमाह औसतन ₹8000 से ₹10000 की आय प्राप्त कर रहे हैं। श्रीमती सुमन सिंह ने आज जिला मिशन प्रबंधक श्री आशीष कुमार के साथ जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपने उत्पाद का नमूना दिखाया और यह भी बताया कि इस तरीके का कार्य करने के लिए हमारे गांव की और भी समूह की दीदियां इच्छुक हैं लेकिन बृहद स्तर पर हमारे उत्पाद की बिक्री हेतु कोई प्लेटफार्म न होने के कारण हम सब अपनी बिक्री नहीं कर पाते हैं जिससे हम लोग उत्पादन भी नहीं कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने श्रीमती सुमन सिंह के दृढ़ इच्छा शक्ति एवं कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि शहर में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विक्रय के लिए एक आउटलेट उपलब्ध कराया जाएगा। इसी के साथ ही जिला मिशन प्रबंधक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को निर्देशित किया कि इस तरह के उत्पादन करने वाले समूहों की पहचान करके उनके उत्पादों के गुणवत्ता, अच्छी पैकेजिंग, ब्रांडिंग हेतु दीदियों का मार्गदर्शन प्रदान करने तथा उत्पादों के विक्रय हेतु अच्छा बाजार उपलब्ध करने हेतु कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन समूह के दीदियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने हेतु निरंतर दीदियों को रोजगार की स्थापना एवं संचालन में सहयोग कर रहा है। जिससे स्वयं सहायता समूह की दीदियों को व्यवसाय करने में सुविधा प्राप्त हो रही है।