देवल संवादाता,चुनार,मिर्जापुर।चुनार पोस्टमार्टम हाउस को जनता के लिए राहत बनना था,अब वह खुद प्रशासनिक लापरवाही का शिकार हो गया है। चुनार का पोस्टमार्टम हाउस ना जाने क्यों महीनों से बंद पड़ा है, और प्रशासन इस पर रहस्यमयी चुप्पी साधे हुए है।पोस्टमार्टम हाउस को चालू कराने की मांग की लेकर गत महीने पहले जन प्रतिनिधियों ने कलक्ट्रेट पर डीएम व चुनार में एसडीएम को पत्रक सौंपा था। तहसील क्षेत्र के लोगों को शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए दिक्कत के साथ-साथ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। चुनार में स्थित पोस्टमार्टम हाउस (चीरघर) को बन्द करके मिर्जापुर स्थानान्तरित करने के विरोध में जन प्रतिनिधियों ने डीएम को पत्रक सौंप पुनः चीरघर चुनार चालू कराने की मांग की थी लेकिन अभी तक चालू नहीं हुआ।आखिर क्यों?
पोस्टमार्टम हाउस पर क्यों है ताला बंद! कब मिलेगी जनता को राहत?"
तहसील क्षेत्र के लोगों को पोस्टमार्टम कराने के लिए काफी दूरी तय करनी पड़ रही है। आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। ऐसे में चुनार के पोस्टमार्टम हाउस को चालू कराया जाए।वहीं सपा नेता रामराज सिंह पटेल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित पत्रक एसडीएम चुनार राजेश वर्मा को सौंपा। उधर चुनार विधायक अनुराग सिंह ने कहा था कि ने सीएमओ से वार्ता कर विधायक निधि से पोस्टमार्टम हाउस पर आवश्यक संसाधन कंप्यूटर आदि उपकरण की व्यवस्था होगी। पीएचसी से कंप्यूटर आपरेटर की व्यवस्था की जाए। प्रस्ताव बना कर उपलब्ध कराएं, विधायक निधि से पैसा दिया जाएगा।
अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य मंत्री होने के बाद भी जिले में जनता परेशान
चुनार में पोस्टमार्टम हाउस बंद होने के मामले में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहाकि चुनार में ही पोस्टमार्टम हाउस को चालू कराया जाएगा। जिससे चुनार के वासियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल के खुद के संसदीय क्षेत्र मिर्जापुर से वह सांसद हैं, तो फिर चुनार के लोगों को इस बुनियादी सुविधा के लिए इतना संघर्ष क्यों करना पड़ रहा है? यह कैसी विंडम्बना है आखिर ये लापरवाही है, या सब कुछ जानते हुए अनदेखी का दिखावा?
जनता की मांग - चुनार पोस्टमार्टम हाउस को तत्काल प्रभाव से कराया जाए चालू
चुनार पीएम हाउस आज तक चालू होने पर प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं आया। लोगों का कहना है कि इस मुद्दे पर प्रशासन की चुप्पी क्षेत्रीय जनता के साथ अन्याय है।प्रशासन जनता को जवाब दे कि देरी क्यों हो रही है। जनता कह रही है इस बार वोट बैंक के माध्यम आर-पार की लड़ाई! का जवाब दिया जाएगा।जनता की मांग स्पष्ट है- की चुनार पोस्टमार्टम हाउस को तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए। लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया जा रहा है। सवाल यह है कि आखिर इस लापरवाही की जिम्मेदारी कौन लेगा?